कला के जरिए दिलों तक पहुंचता है अध्यात्म: टांक

सिरोही, 30 जून (हि.स.)। राजस्थान शिल्प व माटी कला बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद राय टांक ने कहा कि कला के जरिए अध्यात्म लोगों के दिलों तक पहुंचता है। संगीत कला जीवन को उर्जावान बनाती है। गीत संगीत के माध्यम से नई पीढ़ी को भारत की गौरवशाली प्राचीन संस्कृति से रूबरू कराकर जोड़ा जा सकता है। वे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में रविवार को कला एवं संस्कृति प्रभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम के समापन सत्र में बोल रहे थे।

प्रभाग की अध्यक्ष राजयोगिनी चंद्रिका दीदी ने कहा कि कला और संगीत न केवल जाति-पाति व धर्मों के भेदभाव मिटाता है, बल्कि सामाजिक रिश्तों को जोड़ने में भी सार्थक सिद्ध होता है। कला के माध्यम से आध्यात्मिकता से जुड़ना सहज होता है। मध्य प्रदेश मेंबर ऑफ पार्लियामेंट सुधीर गुप्ता ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन द्वारा आयोजित राजयोग शिविरों के जरिए संगीत के क्षेत्र में गहरा असर पड़ा है। कलाकारों में भी मेडिटेशन की उत्सुकता बढ़ रही है। प्रेम, शांति व सद्भावना के मूल्यों का पूरी दुनिया में अध्यात्म का प्रकाश फैलाने में कलाकार महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

मुंबई से आई फिल्म अभिनेत्री मोनिका पटेल ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन का राजयोग प्रशिक्षण समाज के हर क्षेत्र में सार्थक परिणाम देते हुए मनुष्य की आंतरिक अध्यात्मिक शक्तियों का निरंतर विकसित कर रहा है। इस मौके पर प्रभाग मुख्यालय संयोजक बीके सतीश कुमार, गुजरात क्षेत्रीय संयोजिका बीके तृप्ति बहन, मिहिर भाई, मेहा बहन, बीके कुंदा बहन, बीके तपस्विनी बहन, बीके अनिल कुमार ने भी अपने विचार साझा किए।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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