प्रदेश को निपुण बनाने की दिशा में शिक्षक करें कार्य : दिनेश सिंह

प्रयागराज, 01 जुलाई (हि.स.)। राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) प्रयागराज व समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में एन.सी.ई.आर.टी पाठ्यक्रम पर आधारित नवीन पाठ्य पुस्तकों, कार्य पुस्तिकाओं एवं शिक्षक संदर्शिकाओं पर जनपद स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ सोमवार को निदेशक सीमैट उप्र प्रयागराज ने किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने की आवश्यकता है, इसके लिए सभी शिक्षक कार्य करें।

विभिन्न जनपदों से आये डायटमेंटर व एस.आर.जी को सम्बोधित करते हुए सीमैट निदेशक दिनेश सिंह ने कहा कि हमारे इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवीन पाठ्यपुस्तकों, कार्यपुस्तिकाओं एवं शिक्षक संदर्शिकाओं पर शिक्षकों को दक्ष बनाना है। शिक्षकों के काम को सुगम बनाने हेतु एवं उसको सक्षम बनाने वाले साधन उपलब्ध कराये जायेगें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कर रहे कक्षा 1 से 5 के सभी बच्चों को निपुण बनाना है।

निदेशक ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में पाठ्य पुस्तक, कार्य पुस्तिका एवं अन्य शिक्षण अधिगम सामग्रियों के उपयोग की रणनीति निर्धारण की बारीकियों से अवगत कराया जायेगा। कार्य पुस्तिकाओं के चर्चा के वक्त क्या, क्यों, कैसे पर समग्र समझ बनाने का प्रयास किया जायेगा तथा पठन अभ्यास एवं प्रवाहपूर्ण पठन को समझने हेतु क्या, क्यों और कब की प्रक्रिया समझायी जायेगी। द्वितीय दिवस आंकलन व रिमेडियल कार्य पर समझ विकसित की जायेगी व मौखिक भाषा विकास व कार्यपुस्तिका पर कार्य किया जायेगा तथा गणित सीखने के विभिन्न घटकों पर चर्चा की जायेगी।

तृतीय दिवस पर गणितीय अवधाराणाओं पर आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की जायेगी। अकादमिक योजनाओं के निर्माण व शिक्षक संदर्शिकाओं व कार्यपुस्तिकाओं पर समझ विकसित करने का प्रयास किया जायेगा। जिसमें शिक्षक व बच्चों के मध्य होने वाली प्रक्रिया और उत्तरदायित्व का बोध कराया जायेगा। चतुर्थ दिवस अंग्रेजी भाषा के शिक्षण पर चर्चा तथा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण व प्रशासनिक जिम्मेदारियों पर चर्चा की जायेगी। अंतिम दिवस में बच्चों को निपुण बनाने हेतु रणनीतियों के निर्धारण व मेंटर की भूमिका पर चर्चा व शिक्षकों के फीडबैक देने की प्रक्रिया से रूबरू किया जायेगा।

इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक प्रभात कुमार मिश्रा ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 38 जनपदों से 02 एस.आर.जी व 02 डायटमेंटर को जनपद स्तरीय सन्दर्भदाता के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस चक्र में आगरा, ललितपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, गोरखपुर, गोण्डा, औरैया, अमेठी, अम्बेडकरनगर, अयोध्या, जालौन, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, सुलतानपुर, सोनभद्र, संतकबीरनगर, संभल, श्रावस्ती, रायबरेली, प्रतापगढ़,, प्रयागराज, हापुड़, हमीरपुर, मिर्जापुर, महराजगंज, कुशीनगर, कौशाम्बी, बलरामपुर, बस्ती, बाराबंकी, बांदा, बरेली, इटावा, झांसी एवं शाहजहांपुर से जनपदस्तरीय सन्दर्भदाताओं की टीम प्रतिभाग कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित

   

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