नगर परिषद के तीन सौ आवास पर लोगों ने किए कब्जे, ताले तोड़ फिर से लिया कब्जे में

चित्तौड़गढ़, 2 जुलाई (हि.स.)। बीपीएल श्रेणी के लोगों को न्यूनतम किराए पर देने के लिए राजीव गांधी आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए मकानों का आवंटन नहीं होने के बाद लोगों ने इन फ्लैट्स पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया। ऐसे लोगों के विरुद्ध नगर परिषद ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पचास से अधिक फ्लैट खाली करवाए हैं, जबकि 300 से अधिक मकान पर अभी भी लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। अतिक्रमण खाली कराना अभी बाकी है। मौके पर स्थिति यह हुई कि नगर परिषद द्वारा निर्मित राज्य एवं केंद्र सरकार की संयुक्त योजना के इन फ्लैट्स पर लगाए गए ताले तोड़कर परिषद को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करनी पड़ी।

जानकारी देते हुए नगर परिषद के अधिकारी रमेश चावला ने बताया कि बीपीएल श्रेणी के लोगों को आवंटित करने के लिए राजीव गांधी आवास योजना के अंतर्गत 450 से अधिक मकान बनाए गए थे। लेकिन इनका आवंटन नहीं हो पाया। इसी बीच कुछ लोगों ने यहां अतिक्रमण करते हुए इनमें रहना शुरू कर दिया। इसके बाद परिषद ने कार्रवाई करते हुए पुलिस बल के साथ अवैध रूप से इन मकानों में निवास कर रहे लोगों को हटाया है। लगभग 2 साल पहले यह फ्लैट्स बन कर तैयार हुए थे। इसमें योजना के अनुसार बीपीएल श्रेणी के लोग जो शहरी क्षेत्र में महंगे किराए के मकान नहीं ले सकते हैं उन्हें लॉटरी के माध्यम से आवंटन किया जाना था। लेकिन लंबे समय से आवंटन प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई इसके बाद लोगों ने यहां इन फ्लेट्स के ताले तोड़ कर रहना शुरू कर दिया। यहां पेयजल और अन्य व्यवस्थाओं के लिए लगाई गई टंकियां को तोड़ कर लोगों ने अपने रहने वाले मकान में रख लिया। इन्हें भी परिषद के अधिकारियों ने अपने कब्जे में लिया है। वही इस मामले में सरकारी संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जे करने को लेकर फिलहाल कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है। केवल अतिक्रमण हटा कर इन फ्लैट्स को कब्जे में लेने की कार्रवाई की जा रही है। इधर, नगर परिषद की इस कार्रवाई से लोगों में रोष देखने को मिला। एक महिला की तो तबियत बिगड़ गई, जिसे अन्य महिलाओं ने संभाला।

हिंदुस्थान समाचार/अखिल/संदीप

   

सम्बंधित खबर