डीएम ने कार्यशाला में बैंकर्स की लगाई क्लास, पढ़ाया सामाजिक दायित्वों का पाठ

बैंकर्स की क्लास लेते जिलाधिकारी

झांसी,02 जुलाई (हि.स.)। कलेक्ट्रेट स्थित नवीन नवीन सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत बैंक शाखा प्रबंधकों का एक दिवसीय वित्त एवं वित्तीय समावेशन पर उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में डीएम ने बैंकर्स की क्लास लगाई और उन्हें सामाजिक दायित्वों का पाठ पढ़ाया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि बैंकर्स कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विभिन्न बैंक शाखा प्रबंधकों को उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित कार्यक्रमों से अभिभूत कराना है। जिससे शाखा प्रबंधकों एवं समूह के मध्य तालमेल बैठाया जा सके एवं समूह की महिलाएं समूहों के बचत खाता खोलने, ऋण प्राप्त करने एवं अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए बैंकों में आसानी से पहुंच सकें।

जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित समस्त जिला मिशन प्रबंधक, बैंकर्स और ब्लॉक मिशन मैनेजर को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब क्षेत्र में समूह कि महिलाओं को योजनांतर्गत ऋण प्राप्त करने में समस्या न हो। उन्होंने कहा कि बैंक से ऋण प्राप्त न होने पर ही योजनाएं असफल हो रहीं हैं। उन्होंने बैकर्स को सामाजिक दायित्वों का पाठ पढ़ाते हुए कहा की प्राथमिकता वाली योजनाओं के आवेदनों पर संवेदनशील होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा आवेदन निरस्त करने की स्थिति भी बेहद चिंताजनक है। इसे दूर करें, मात्र आवेदन में कमियां न निकालें। कमियों को दूर करने की भी जानकारी आवेदनकर्ता को देना सुनिश्चित करें।

मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के प्रचार और सफलता के लिए कार्यशाला हो रही है। उन्होंने कहा कि समूह सखी को भी बैंक से समस्याएं होती हैं,यही स्थिति बैंकर्स की भी है। इसे कार्यशाला में सुलझाया जाना है। उन्होंने कहा की लखपति दीदी में भी बैंकर्स का रोल अहम है और जो लक्ष्य निर्धारित है उसे पूर्ण करने के लिये बैकंस का सहयोग अत्यन्त महत्वपूर्ण है।

कार्यशाला में हैदराबाद से आए नेशनल रिसोर्स पर्सन शुभंकर झा एंव एम. पी. सिंह ने बैंकर्स यूपीएसआरएलएम टीम को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के वित्तीय समावेशन कार्यों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बिना समस्या के ऋण कैसे मिले, ऋण का उपयोग और उसकी वापसी में बैंकर्स की क्या भूमिका है। डिजिटल लेनदेन के लिए भारत सरकार की नए आईटी पोर्टल को कैसे इस्तेमाल करना है की बिंदुवार जानकारी दी। जन समर्थ पोर्टल की भी जानकारी उन्होंने कार्यशाला में दी।

नेशनल रिसोर्स पर्सन शुभंकर झा ने कार्यशाला में भारतीय रिजर्व बैंक की स्वयं सहायता समूह के बैंक लिंकेज से संबंधित नई गाइडलाइन के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में अच्छा कार्य करने पर एसबीआई रानीपुर के महेंद्र कुमार, पीएनबी बंगरा मुकेश कुमार,एसबीआई चिरगांव शंकुल सर्राफ, पीयूपीजीबी उल्दन उपेंद्र दुबे, वीओआई पारीछा सुनील कुमार, सीबीआई चिरगांव निर्भय निशांत सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कियाट गया। इसी क्रम में ब्लॉक मिशन प्रबन्धक काशी प्रजापति बंगरा, बृजेश पाठक मऊरानीपुर, अमित कुमार जैन चिरगांव को एंव बैंक सखी कुमारी रेखा चिरगांव-टहरौली, सीमा अहिरवार बंगरा, रिंकी पांडेय बड़ागांव में एवं रोशन चिरगांव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित

   

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