अंतर राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस: पॉलिथीन मुक्त गंगा घाट की अपील

-कपड़े के झोले बांटकर किया आह्वान,बिना प्लास्टिक के दिन गुजारें

वाराणसी,03 जुलाई (हि.स.)। गंगा नदी को पूर्ण रूप से प्लास्टिक मुक्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस पर बुधवार को नमामि गंगे ने प्लास्टिक मुक्त गंगा अभियान शुरू किया । दशाश्वमेध घाट पर गंगा की तलहटी से प्लास्टिक और अन्य प्रदूषण कारक पदार्थों को निकालकर पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई । हमारी आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध जल, हवा, मिट्टी एवं पर्यावरण मिले, इसके लिए पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक का उपयोग न करने एवं पौधरोपण पर सभी को विशेष ध्यान देने का आह्वान किया गया । गंगा घाटों को प्लास्टिक मुक्त रखने की अपील के साथ ही लोगों को कपड़े के झोले भी बांटे गए। पर्यावरण संरक्षण को प्रेरित करती हस्त लिखित तख्तियों के माध्यम से संदेश दिया कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा को प्लास्टिक के कचरे से मुक्त करना संभव है। इस काम में सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। गंगा सिर्फ नदी नहीं है, इसमें भारत की आत्मा प्रवाहित होती है। इसे प्लास्टिक और प्रदूषण से बचाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ समाज की भी है। यदि हम बिना प्लास्टिक के दिन गुज़ारें तो पर्यावरण के सहयोगी बन जाएंगे । राजेश शुक्ला ने बताया कि हर दिन दुनिया के महासागरों, नदियों और झीलों में प्लास्टिक से भरे लगभग 2,000 मीट्रिक टन कचरा फेंके जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग ने पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा दिया है, जिससे लाखों लोगों और जानवरों की आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस मनाया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

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