घर से तीन किमी दूर फंदे पर लटका मिला सात बहनों का इकलौता भाई

बाड़मेर, 4 जुलाई (हि.स.)। सदर थाना इलाके के गालाबेरी गांव में 20 साल के रामाराम ने बुधवार सुबह अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर किसी पर गलत इल्जाम मत लगाना लिखा। स्टेटस देख परिवार और दोस्त समझ नहीं पाए। रामाराम को फोन लगाया तो मोबाइल बंद था। काफी तलाश के बाद घर से तीन किलोमीटर दूर एक पेड़ से उसका शव लटका मिला। रामाराम सात बहनों का इकलौता भाई था। देराजराम की आठ संतानों में सात लड़कियां हैं।

जनप्रतनिधि दुर्गेश हुड्डा ने बताया कि रामाराम के पिता देराजराम किसान हैं। रामाराम दिहाड़ी मजदूरी करता था। बुधवार सुबह आठ बजे वह रोजाना की तरह घर से टिफिन लेकर मजदूरी के लिए निकला था। इसके कुछ घंटे बाद उसका वॉट्सऐप स्टेटस देख परिवार के लोगों ने फोन लगाया था लेकिन नहीं लगा। रामाराम से बड़ी पांच बहनें हैं और दो छोटी है। चार बहनों की शादी हो चुकी है। परिवार के लोगों ने बताया कि रामाराम ने सुसाइड क्यों किया इसका अभी तक पता नहीं लग पाया है। स्टेटस देख शक हुआ। पहले फोन किया फिर रामाराम को काफी तलाशा। लोगों से पूछताछ भी की लेकिन वह नहीं मिला। ग्रामीणों की मदद से युवक के आने-जाने वाली ठिकानों पर भी तलाश की। सुराग नहीं मिला तो बाड़मेर सदर थाना पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो रामाराम की लोकेशन घर से तीन किलोमीटर दूर आ रही थी। वहां पहुंचे तो वह पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। रामाराम ने वॉट्सऐप स्टेटस पर लिखा था कि किसी पर गलत इल्जाम मत लगाना। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है? रामाराम पर क्या कोई गलत इल्जाम लगा था। क्या उसे कोई परेशान कर रहा था? पुलिस इन सवालों के जवाब तलाश रही है। फिलहाल सुसाइड के कारणों का पता नहीं लग पाया है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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