राज्यपाल ने सदौ असम सत्र महासभा के समरोह में लिया हिस्सा

गुवाहाटी, 04 जुलाई (हि.स.)। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को माधवदेव अंतरराष्ट्रीय सभागार में सदौ असम सत्र महासभा द्वारा आयोजित 'सेतुबंधन' कार्यक्रम में भाग लिया।

इस अवसर पर कटारिया ने कहा कि असम कई संस्कृतियों का केंद्र है। इस क्षेत्र में मौजूद सांस्कृतिक मिश्रण विविधता में एकता का अनूठा बंधन प्रस्तुत करता है। अपनी अंतर्निहित सांस्कृतिक सुंदरता के साथ रंग-बिरंगी जनसांख्यिकी ने राज्य को सांस्कृतिक संगम का प्रतीक बना दिया है। मुझे उम्मीद है कि सेतुबंधन हमारे भाईचारे और सौहार्द के बंधन को मजबूत करेगा।

बौद्धिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में श्रीमंत शंकरदेव और माधवदेव की शिक्षाओं और दर्शन को अत्यधिक महत्व देते हुए कटारिया ने कहा कि महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव ने पूरे देश में यात्रा की और एकता और समानता का संदेश फैलाया। राज्यपाल ने आह्वान किया, हमें एक मजबूत और पुनरुत्थानशील भारत के अपने सपने को पूरा करने के लिए सामूहिक रूप से आगे बढ़ना होगा जो श्रीमंत शंकरदेव के आदर्शों और शिक्षाओं पर आधारित होगा।

कटारिया ने ‘बोर-असोम’ की इमारत को मजबूत करने के लिए सामाजिक-सांस्कृतिक संश्लेषण को बढ़ावा देने में महासभा के बहुमूल्य योगदान के लिए सदो असम सत्र महासभा और उसके पदाधिकारियों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा, मुझे खुशी है कि यह विभिन्न जातीय समूहों से संबंधित हमारे लोगों के बीच नियमित आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने में भी एक बड़ी भूमिका निभा रहा है।

कटारिया ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि यह संगठन असम के विविध जातीय समूहों की पारंपरिक लोक संस्कृति के उत्थान, प्रचार और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। राज्यपाल ने कहा, मुझे विश्वास है कि उनके प्रयास असमिया संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और हमारे समाज में एकता, सद्भाव और सद्भावना के सूत्र को और मजबूत करेंगे।

कटारिया ने कहा कि भारत में अनेक आक्रमणों के बावजूद भी भारत हमेशा सांस्कृतिक रूप से एकजुट रहा है तथा प्राचीन परम्पराएं और समृद्ध विरासत हमेशा अक्षुण्ण रही है। उन्होंने कहा कि यह हमारे पूर्वजों के मजबूत प्रभाव और जुड़ाव के कारण संभव हुआ है, जिन्होंने इसे पीढ़ियों तक पहुंचाया।

राज्यपाल ने महान संत की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संगठन के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल हुए विभिन्न सत्रों के सत्राधिकारियों को भी धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में सदौ असम सत्र महासभा के अध्यक्ष सुनील कुमार गोस्वामी, उत्तर कमलाबाड़ी सत्र के सत्राधिकार जनार्दन देव गोस्वामी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/प्रभात

   

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