जम्मू आतंकी हमलों के पीछे है पाकिस्तान की हताशा: केसरी

जम्मू, 15 जुलाई (हि.स.)। शिवसेना हिंदुस्तान जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने अरनिया में जम्मू क्षेत्र में हुए हालिया हमलों को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और इसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा कायरतापूर्ण कृत्य बताया। विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वालों में प्रमुख रूप से बलवीर कुमार, बलवंत सैनी रमेश कुमार, सुरेश कुमार, राजेश कुमार, विजय लूथरा, राजकुमार, ब्रह्म सिंह, दर्शना देवी, नीरू देवी, रजनी देवी, विजय कुमारी के अलावा अन्य शामिल थे। पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने हमारे बहादुर सुरक्षा बलों को कायरतापूर्ण तरीके से निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी।

इस अवसर पर बोलते हुए केसरी ने कहा कि हम देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना के जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं। हम उनके परिवारों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम देश की रक्षा करने वाले इन बहादुरों के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने हाल ही में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किया गया कायरतापूर्ण कृत्य है। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखता है। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान भारत से सीधे भिड़ने में विफल रहता है तो वह आतंकवादियों के माध्यम से कायरतापूर्ण आतंकी हमले करता है। उन्होंने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन और प्रायोजन करना जारी रखते हैं। केसरी ने कहा कि पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत की नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर अच्छी तरह से बाड़ लगाई गई है, सर्वेक्षण किया गया है और वहां जवान तैनात हैं। फिर भी पाकिस्तान के सरकारी और गैर-सरकारी आतंकी अपने समर्थकों और गुर्गों को अवैध हथियार, गोला-बारूद, ड्रग्स, मुद्रा, प्रचार पुस्तिकाएं और अन्य सामान की तस्करी करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। ड्रोन सस्ते हैं और व्यावसायिक रूप से आसानी से उपलब्ध हैं और कुछ मामलों में मानव तस्करों और यहां तक कि आतंकवादियों की जगह ले चुके हैं, जैसा कि कुछ साल पहले जम्मू हवाई अड्डे पर हुए हमले में हुआ था।

केसरी ने कहा कि भारत को जम्मू-कश्मीर में अगली पीढ़ी के आतंकी हमलों और पंजाब तथा पड़ोसी राज्यों में सूचना युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। केसरी ने हिंसा में वृद्धि को लोकसभा चुनावों के सफल समापन से जोड़ा और सुझाव दिया कि कश्मीर घाटी में सैन्य अभियानों में वृद्धि ने आतंकवादियों को अपना ध्यान जम्मू क्षेत्र की ओर स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया है। केसरी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में आतंकवादी गतिविधि का केंद्र जम्मू की ओर बढ़ गया है क्योंकि सेना के अभियानों ने कश्मीर घाटी में उनकी संचालन क्षमता को कम कर दिया है। सेना ने कश्मीर में आतंकवादी नेटवर्क को काफी कमजोर कर दिया है और इससे पाकिस्तान हताश है।

हिन्दुस्थान समाचार / Ashwani Gupta / बलवान सिंह

   

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