तृणमूल का कोई उद्देश्य, कोई आदर्श नहीं : दिलीप घोष

कोलकाता, 02 जनवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में नए बनाम पुराने को लेकर छिड़ी बहस पर अब भाजपा ने भी तंज कसा है। पार्टी नेता दिलीप घोष ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस का दरअसल कोई लक्ष्य या कोई आदर्श नहीं है। ऐसी पार्टियां अधिक दिनों तक अस्तित्व में नहीं रहतीं। तृणमूल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनाम ममता बनर्जी को लेकर चल रही बहस पर भाजपा नेता ने कहा कि यह लंबे समय से तृणमूल के अंदर चल रहा है लेकिन अब यह सतह पर आ गया है।

मंगलवार को न्यू टाउन के इको पार्क में मीडिया से मुखातिब दिलीप घोष ने कहा कि जिस पार्टी का कोई आदर्श या अनुशासन नहीं रहता या उसका कोई बड़ा उद्देश्य नहीं रहता, वह पार्टी अधिक दिनों तक नहीं टिकती है। तृणमूल की यही स्थिति है। वामपंथियों के अत्याचार से बचने के लिए लोगों ने तृणमूल को सत्ता में लाया था लेकिन इनका मकसद केवल सत्ता और पैसा है। जिस किसी भी नेता का अपना स्वार्थ होता है वह खत्म होते ही सब कुछ खत्म हो जाता है। तृणमूल भी एक दिन खत्म होगी है। दिलीप घोष ने कहा कि माकपा, कांग्रेस तृणमूल भले ही एक साथ आ जाएं, हमें इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। भाजपा का एक बड़ा लक्ष्य है जिसे लेकर लाखों कार्यकर्ता परिश्रम कर रहे हैं। हमारा वोट जीतने का मकसद लोगों के लिए काम करना है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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