अनूपपुर: वाहन चालकों से बोलीं सांसद हिमाद्री सिंह- आपके साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दूंगी

सांसद का वाहन रोक अपनी बात कहते वाहन चालक

हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में दूसरे दिन भी चालकों ने किया प्रर्दशन, सांसद का रोका वाहन

अनूपपुर, 2 जनवरी (हि.स.)। केंद्र सरकार द्वारा भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत दुर्घटना मामले में दोषी पाए जाने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना व 7 साल तक की सजा के प्रावधान के खिलाफ ट्रक, बस चालकों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के आह्वान पर अनूपपुर में ड्राइवर एकता संघ के बैनर तले ट्रक,बस चालकों ने हड़ताल कर कानून की वापसी की मांग करते रहे। इसका असर पेट्रोल पंपों पर देखने को मिला जहां लोग अपने वाहनों में पेट्रोल लेने के लिए भीड़ नजर आई। कोतमा मार्ग के बदरा तिराहा राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर विरोध प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों ने सांसद हिमाद्री सिंह के वाहन को रोक कर सांसद अपनी बात रखी, जिस पर सांसद ने कहा कि आप लोग ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात लिखकर मुझे दीजिए मैं उसे ऊपर तक पहुंचाऊंगी और आपके खिलाफ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दूंगी।

भारत सरकार के सड़क दुर्घटना संबंधी नए कानून के विरोध में ट्रकों के चालकों की हड़ताल का अनूपपुर जिले में जबरदस्त असर देखने को मिला है। 2 जनवारी को भी वाहनों का परिचालन ठप रहने से आम यात्रियों को परेशानियों का समाना करना पड़ा। जमुना कोतमा में नए परिवहन नियम के विरोध में देशभर में चालकों के समर्थन में मंगलवार को बदरा तिराहा राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में विरोध प्रदर्शन के दौरान क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह के वाहन को रोककर चालकों ने अपनी बात कहीं। जिस पर सांसद ने कहा कि आप लोग ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात लिखकर मुझे दीजिए मैं उसे ऊपर तक पहुंचाऊंगी और आपके खिलाफ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दूंगी मैं आप की जनप्रतिनिधि हूं।

ड्राइवर एकता संघ ने भारत सरकार द्वारा नए कानून के संशोधन पर वाहन चालको के खिलाफ जो कड़ी सजा और भारी जुर्माना का प्रवधान किया गया हैं इसे वापस लेने की मांग की है। वाहन चालकों ने कहा कि काला कानून जब तक वापस नहीं होता है तब तक कोई भी वाहन चालक वाहन नहीं चलाएगा, चाहे आवश्यक सेवा हो या कोई और सेवा। वाहन चालक वीरेंद्र दुबे ने बताया कि भारत सरकार ने ड्राइवर के विरोध में काला कानून लाया है यह दुखदाई देने वाला कानून है। हम लोग अपना काम धाम छोड़कर रोड पर उतरे हैं इसे हर हाल में सरकार को वापस लेना होगा हम ₹10 हजार तनख्वाह पाने वाले ड्राइवर 10 लाख रुपए जुर्माना कहां से भरेंगे और 10 साल की सजा कैसे कटेगा हमारा परिवार नहीं है क्या नेताओं का भी परिवार है और उनको कुछ नहीं होना है जब तक यह काला कानून वापस नहीं होगा हम गाड़ियां नहीं चलाएंगे। चालक वीरेंद्र दुबे ने कहां कि चालक कभी नहीं चाहते की दुर्घटना हो यह आकस्मिक दुर्घटना होती है, मोदी और अमित शाह ने यह कानून को लाकर हमको मजबूरन रोड में ला दिया है। इससे जनता परेशान होगी पेट्रोल बंद है कल हर चीज बंद हो जाएगी। इससे महंगाई चरम पर होगी। हम सब अंतिम तक एक रहेंगे और अंतिम सांस तक लड़ेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश

   

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