स्वच्छता अभियान के बाद नमामि गंगे ने रामघाट पर किया भगवान राम का अभिनंदन

वाराणसी, 07 जनवरी (हि.स.)। रामघाट पर रविवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने महर्षि योगी विद्याश्रम के वेदपाठी बटुकों के साथ गंगा नदी के तलहटी की सफाई की। इसके बाद घाट पर प्रकृति प्रेम और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। स्वच्छता अभियान में श्रमदान के बाद सदस्यों ने राम धुन पर राजाराम और मां गंगा की आरती उतार कर भगवान राम का अभिनंदन किया। इस दौरान रामघाट का परिसर 'राम आएंगे-राम आएंगे', 'राम राम जय राजा राम', 'आरती श्री रामायण जी की' जैसे सुमधुर राम भजनों से गूंजायमान रहा।

नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि जितनी आस्था एवं भक्ति से जन-जन ने श्री राम के प्रति अपनी भक्ति और आस्था व्यक्त की है, उतनी ही आस्था और संकल्प से अब हर व्यक्ति को श्री राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतरना होगा। स्वयं को श्री राममय और प्रकृतिमय बनाना होगा। श्री राम के 14 वर्ष के वनवास से हमें पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिलती है। जन्म, बचपन, शासन एवं यह लोक छोड़ने तक उनका संपूर्ण जीवन प्रकृति- प्रेम एवं पर्यावरण चेतना से ओत-प्रोत है। आज देश दुनिया में पर्यावरण प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन ऐसी समस्याएं हैं जिनका समाधान श्री राम के प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण की शिक्षाओं से मिलता है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप

   

सम्बंधित खबर