मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ पहली अनौपचारिक बैठक कर आगामी कार्ययोजना पर की चर्चा

जयपुर, 7 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान में भजन लाल सरकार के मंत्रिमण्डल विस्तार के बाद रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ पहली अनौपचारिक बैठक की। बैठक में सरकार की आगामी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंत्रियों को तीन दिन जयपुर और तीन दिन फील्ड में रहने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि विभाग में मंत्रियों को हार्ड वर्क करना हैं। जिससे योजनाएं धरातल पर अच्छे से लागू हो सके। गौरतलब है कि पहली बार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी मंत्रियों को सीएमआर में लंच पर आमंत्रित किया था। लंच पर अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंत्रियों के साथ आगामी कार्य योजना पर चर्चा की। वहीं विकसित भारत संकल्प यात्रा को जन जन तक पहुंचाने की आगामी कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई।

सीएमआर में लंच के लिए उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मदन दिलावर, सुरेश रावत, जोराराम कुमावत, कन्हैया लाल चौधरी, अविनाश गहलोत, राज्य मंत्री संजय शर्मा, गौत्तम कुमार दक, ओटाराम देवासी, विजय सिंह चौधरी, मंजू बाघमार और केके विश्नोई पहुंचे।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित दो उप मुख्यमंत्रियों ने 15 दिसम्बर को शपथ ली थी। वहीं, सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार 29 दिसम्बर को किया था। इसमें उन्होंने 12 कैबिनेट, 5 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 5 राज्यमंत्री बनाए थे। वहीं मंत्रियों को विभाग का बंटवारा सीएम ने 5 जनवरी को किया था। इसके बाद कई मंत्रियों ने अपने-अपने विभाग का कार्यभार संभाल लिया हैं। जल्द मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल की पहली कैबिनेट बैठक बुला सकते हैं। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। सीएमआर में बैठक के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने मंत्रियों को तीन दिन जयपुर और तीन दिन फील्ड में रहने के निर्देश दिए। बैठक में सीएम ने मंत्रियों से कहा कि विभाग में मंत्रियों को हार्ड वर्क करना हैं। जिससे योजनाएं धरातल पर अच्छे से लागू हो सके। वहीं बैठक में सीएम ने मंत्रियों को 100 दिन की कार्य योजना के तहत काम करने के निर्देश दिए। पदभार संभालने के बाद सीएम ने सभी विभागों को 100 दिन की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए थे। जिसके आधार पर मंत्रियों को सीएम ने काम करने के निर्देश दिए। आरपीएससी की ओर से रविवार को सहायक आचार्य, लाइब्रेरियन और पीटीआई (कॉलेज शिक्षा विभाग) परीक्षा-2023 का आयोजन हुआ। बीजेपी सरकार बनने के बाद यह पहली परीक्षा थी। परीक्षा के सफल आयोजन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एजेंसियों की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने कहा- परीक्षा को पारदर्शिता के साथ कराने के लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट रहा। मुख्यमंत्री ने भर्ती परीक्षा के शांतिपूर्ण एंव सफल आयोजन पर सभी एजेंसियों की प्रशंसा की।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

   

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