वाराणसी में चौथे मरीज को किया गया थ्रंबोलाइज्ड,बची जान

—एसएसपीजी में पहले हृदयघात रोगी का इलाज

वाराणसी, 08 जनवरी(हि.स.)। जनपद गाजीपुर के एक मरीज की एसएसपीजी के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने डॉ एसपी सिंह के नेतृत्व में थ्रंबोलाइज्ड कर उसकी जान बचा ली। मरीज को सीने में तेज दर्द की शिकायत के साथ श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती किया गया । इस मरीज का तत्काल ईसीजी करके शरीर में रक्त प्रवाह के रुकावट की जानकारी की गई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के अनुसार थ्रांबोलिसिस थेरेपी के अंतर्गत एक विशेष प्रकार का इंजेक्शन लगाकर मरीज के नसों में रक्त के अवरुद्ध प्रवाह को दूर करने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है। हार्ट अटैक आने या मरीज में हृदयाघात की समस्या दिखाई देने पर उसे थ्रंबोलाइसिस थेरेपी दी जाती है, इससे मरीज ठीक हो जाता है। आवश्यकता पड़ने पर इससे मरीज को समय मिल जाता है तथा मरीज नजदीकी बड़े केंद्र पर जाकर आवश्यकतानुसार एंजियोप्लास्टी या अन्य जरूरी उपचार करा सकता है।

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के हार्ट अटैक सेंटर में इसी माह तीन अन्य मरीजों की जान बचाई जा चुकी है । स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीएमआर के संयुक्त तत्वाधान में योजनाबद्ध तरीके से हार्ट अटैक से होने वाली मौत से निपटने की तैयारी की गई है। सीएमओ ने बताया कि जनपद में हृदयाघात परियोजना को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. धर्मेंद्र जैन के सहयोग से चलाया जा रहा है। बीएचयू ‘हब’ एवं जनपद के राजकीय चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ‘स्पोक’ के रूप में कार्य कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण

   

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