चंडीतल्ला में तृणमूल की गुटबाजी आई सामने

हुगली, 09 जनवरी (हि.स.)। लोकसभा चुनाव से पहले हुगली जिले के विभिन्न इलाकों में तृणमूल कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। हुगली जिले के बालागढ़ और गोघाट के बाद अब चंडीतल्ला में भी तृणमूल कांग्रेस का आपसी कलह सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाल ही में चंडीतल्ला एक नंबर पंचायत समिति सदस्य शेख हाशेम अली और पार्टी कार्यकर्ता शेख अजीबुर रहमान ने आपस में मारपीट कर ली थी जिसके बाद दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि सोमवार को उन्हें श्रीरामपुर कोर्ट से जमानत मिल गई थी। लेकिन मंगलवार को भी इलाके का माहौल गर्म था।

सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2023 के पंचायत चुनाव के दौरान चंडीतला 1-ब्लॉक के तृणमूल अध्यक्ष भोलानाथ चटर्जी और पंचायत समिति सदस्य शेख हाशेम अली के बीच विवाद हो गया था। हालांकि, चुनाव के बाद के पंचायत के इलाके में भोलानाथ को हटाने की मांग वाले पोस्टर देखे गए थे। भोलानाथ को शक है कि यह शेख हाशेम का काम था।

गत शुक्रवार को हाशेम और उसके गिरोह ने को अजीबुर के घर पर हमला किया था। भोलानाथ के एक करीबी का दावा है कि अजीबुर ने एक जनवरी को अनिया पंचायत में पार्टी का झंडा फहराया था, जो हाशम को पसंद नहीं आया और इसी वजह से ये ऐसा हमला हुआ।

जमानत मिलने के बाद अजीबुर ने आरोप लगाया कि मुझे पीटा गया। सिर पर किसी धारदार हथियार से वार किया। मैं अपनी जान बचाने के लिए थाने गया। पुलिस ने मुझे ही गिरफ्तार कर लिया। जिस नेता ने मुझ पर हमला किया उसे जमानत कैसे मिल सकती है! हाशेम ने इसके जवाब में कहा कि अजीबुर ने उनके भतीजे की पिटाई की थी जिसके लिए अजीबुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

भोलानाथ ने कहा कि हाशेम असामाजिक गतिविधियों में लिप्त है। वह पंचायत पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। हमने पार्टी को सूचित कर दिया है। हम चाहते हैं कि उसे पार्टी से निष्कासित किया जाए।

बाद में पार्टी सूत्रों ने बताया कि शेख हाशेम अली को सात साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह के पार्टी संघर्ष से जिला तृणमूल नेतृत्व काफी असहज है। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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