रेलवे ने शुरू की वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्कीम

रायपुर, 11 जनवरी (हि.स.)। रेलवे ने वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्कीम शुरू की है। रेलवे की व्यापक पहुंच और महत्व को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर स्थानीय कपड़ों, हस्तशिल्प, मिटटी से निर्मित वस्तुएं, हथकरघा, बांस के उत्पाद, वनोपज आदि को बेहतर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह योजना बनाई गई है।

बिलासपुर रेलवे प्रबंधन द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार नाम मात्र शुल्क के साथ स्थानीय उत्पादों को 15-15 दिनों के लिए यह व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट” योजना के 46 स्टेशनों में लगभग 50 स्टाल लगाए गए हैं। इसमें स्थानीय स्तर पर निर्मित और प्रसिद्ध वस्तुओं की बिक्री प्रारंभ की गई है। इन स्टेशनों में बिलासपुर रेल मण्डल के अंतर्गत 15 स्टेशन- बिलासपुर, अनुपपुर, चांपा, कोरबा, पेंड्रारोड, रायगढ़, शहडोल, सक्ती, नैला, उसलापुर, अंबिकापुर, बुढ़ार और बिसरामपुर स्टेशन हैं। रायपुर रेल मण्डल के अंतर्गत 15 स्टेशन– रायपुर, दुर्ग, भिलाई पावर हाउस, मरौदा, दल्लीराजहरा, भाटापारा, बिलहा, निपनिया, हथबंध, सिलयारी, उरकुरा, तिल्दा, भिलाई नगर, मंदिर हसौद, बालोद और भानुप्रतापपुर स्टेशन हैं।

बिलासपुर स्टेशन में हर्बल मैडिसिन और हैंडिक्राफ्ट प्रॉडक्ट, कोरबा में पैरा आर्ट, रायगढ़ में हर्बल प्रॉडक्ट, अनुपपुर में ट्राइबल आर्ट, शहडोल में हनी, अम्बिकापुर में हर्बल मैडिसिन, दुर्ग में होम मेड बरी, पापड़, अचार, रायपुर में होम मेड डेकोरेटिव आइटम्स, डोंगरगढ़ में होम मेड मशाला, राजनन्दगांव में मिलेट्स, गोंदिया में बम्बू आर्ट आदि स्थानीय उत्पादों के आउटलेट्स लगाए गए हैं।

इसके लिए कियोस्क स्टॉल का निर्माण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद की ओर से किया गया है। स्टेशन पर कियोस्क रेलवे अपने खर्च पर लगाकर देगा।उत्पादकर्ता को पंद्रह दिनों के लिए कियोस्क दिया जाएगा। रेलवे के इतिहास में पहली बार होगा कि कियोस्क लगाने के लिए लोगों की ओर से आवेदन किए जा रहे हैं। कियोस्क का ढांचा रेलवे देगा, जबकि जिसे यह अलाट होंगे वे सामान रखकर बेच सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

   

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