भगवान राम की निंदा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग

वाराणसी, 12 जनवरी (हि.स.)। भगवान राम, अयोध्या में बन रहे रामलला के मंदिर और श्री रामचरितमानस की निंदा करने, प्रतियां जलाने वाले नेताओं और पार्टी संगठनों के खिलाफ हिन्दूवादी संगठन भी मुखर हो रहे हैं। भगवान राम के निंदकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट’ निरस्त करने की मांग को लेकर हिन्दू जनजागृति समिति के बैनर तले शुक्रवार को हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शास्त्रीघाट कचहरी पर धरना प्रदर्शन किया।

यहां हुई जनसभा में वक्ताओं ने तत्काल ‘रामनिंदाविरोधी कानून’ बनाने की आवाज बुलन्द की। वक्ताओं ने कहा कि अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर की भांति काशी, मथुरा, भोजशाला, कुतुबमीनार आदि असंख्य हिन्दू धार्मिक स्थलों को प्राप्त करने में आ रही बाधा दूर करने के लिए ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट’ तत्काल निरस्त किया जाए। सभा के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री, केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री को सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि अफसर को सौंपा गया। सभा में वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, शीत लाल (आनंद), जया केसरी, पूर्व ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह, सर्व वैश्य जागृत महासभा के सुनील गुप्ता, अखिल भारतीय सनातन समिति के अध्यक्ष डॉ. अजय जायसवाल, श्रृंगार गौरी केस की वादिनी सीता साहू, संस्कृति रक्षा मंच राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि श्रीवास्तव, समिति के उत्तर एवं पूर्वोत्तर भारत के मार्गदर्शक संत निलेेश सिंगबाळ, राजन केशरी आदि ने भागीदारी की।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप

   

सम्बंधित खबर