ऐक्टू ने मजदूरों के बीच चलाया जागरुकता अभियान

भागलपुर, 12 जनवरी (हि.स.)। मोदी शासन में मजदूर वर्ग पर जारी हमले के खिलाफ, मजदूर अधिकारों के रक्षा के लिए शुक्रवार को शाहकुण्ड, नाथनगर और जगदीशपुर प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में मजदूरों के बीच जागरुकता अभियान चलाया गया। कमलपुर, चांदपुर, मोहदीपुर, कजरेली, तेतराहार, सिमरिया, हाजीपुर, करहरिया आदि गांवों में महिला-पुरुष मजदूरों की बैठकें कर उन्हें मजदूरों की मांगों से सम्बंधित पर्चे दिए गए और लेबर कोड कानून को रद्द करने, मजदूर हित के कानूनों के खात्मे पर रोक, सामाजिक सुरक्षा, निर्माण सहित सभी असंगठित मजदूरों का निबंधन, नियमित काम और न्यूनतम मजदूरी की गारण्टी, महंगाई रोकने के लिए ठोस उपाय करने, पुरानी पेंशन की पुनर्बहाली आदि सवालों को उठाते हुए उन्हें जागरुक किया गया।

यह माहव्यापी अभियान 25 जनवरी 2024 तक चलेगा और 28 जनवरी 2024 को भागलपुर शहर में ऐक्टू का 6ठा जिला सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। अभियान का नेतृत्व ऐक्टू के क्षेत्रीय संयोजक सह संयुक्त जिला सचिव राजेश कुमार दास ने की। ऐक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार का पूरा शासनकाल मजदूर-किसानों सहित आम नागरिकों व देश के लिए विनाशकारी साबित हुआ है। इसे सत्ता से बेदखल किए बगैर न तो संविधान बचेगा और न लोकतंत्र। देश बेचने वाली, विनाशकारी मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की लड़ाई को और अधिक मजबूत व धारदार बनाने के अलावे मजदूर वर्ग के पास और कोई रास्ता शेष नहीं रह गया है।

अभियान में बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन व असंगठित कामगार महासंघ से जुड़े, बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष मजदूर शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/बिजय

/चंदा

   

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