सिविल सर्विसेज की परीक्षा में पुनः हिन्दी, उर्दू और संताली को शामिल करने के कदम का स्वागत

हुगली, 12 जनवरी(हि. स.)। राज्य की ममता बनर्जी सरकार द्वारा सिविल सर्विस परीक्षा में पुनः हिन्दी, उर्दू और संताली को शामिल करने के फैसले के बाद पूरे राज्य के हिन्दी, उर्दू और संताली भाषा भाषी लोगों में उत्साह है। राज्य में रहने वाले हिन्दी भाषी समाज के लोगों ने दीदी के इस फैसले का स्वागत किया।

श्रीरामपुर शहर तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह(पप्पू सिंह) ने राज्य सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यही इस देश की खूबसूरती है। राज्य की मुख्यमंत्री सबको साथ लेकर चलती हैं। सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के इस फैसले से हिन्दी, उर्दू और संताली माध्यम से पढ़े हुए युवक युवतियों को लाभ मिलेगा। उनको राज्य सिविल सर्विस की परीक्षा देने में आसानी होगी। इससे सभी लोगों को उनके योग्यता के अनुसार सही जगह मिलेगी। देश में भेदभाव का वातावरण है लेकिन बंगाल की मुख्यमंत्री ने एक बार फिर प्रमाणित कर दिया कि यहां किसी से भेदभाव नहीं किया जाता।

हुगली जिला तृणमूल कांग्रेस के हिन्दी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय सागर मिश्रा और पश्चिम बंगाल हिन्दी प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष सुरेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में हिन्दी भाषी नेताओं ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। हिन्दुस्थान समाचार/धनंजय

   

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