मंत्री ने सचिव और कृषि-उद्यान अधिकारियों को ग्राउंड पर उतरकर कार्य करने के दिए निर्देश

-मंत्री बोले -केन्द्र और राज्य पोषित योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए

देहरादून,17 जनवरी (हि.स.)। कृषि और कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सचिव कृषि सहित जिला कृषि उद्यान अधिकारियों ग्राउंड पर उतरकर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के आवंटित बजट को ससमय खर्च करें।

बुधवार को कैंप कार्यालय में विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने कृषि एवं उद्यान विभाग की संयुक्त बैठक की गई। समीक्षा के दौरान विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को केंद्र पोषित एवं राज्य पोषित योजनाओं की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली।

कृषि मंत्री जोशी ने विभाग की ओर से स्वीकृत बजट को समय पर खर्च न करने पर सचिव कृषि को अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य पोषित योजनाओं के क्रियान्वयन में लेटलतीफी करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी।

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को किसानों को पौध,बीज, खाद, कृषि उपकरण दवाइयां इत्यादि समय पर उपलब्ध किया जाए। उन्होंने कहा कौन सी फसल का बीज कब किसानों को मिलना चाहिए तथा कौन सी खाद, दवाइयां कास्तकारों की दी जानी है। मंत्री ने टेंडरिंग प्रक्रिया समय पर किया जाए और कैलेंडर के अनुरूप बागवानों कृषकों को समय पर उपलब्ध कराने के अधिकारियों को ठोस निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा लापरवाही बरतने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री मधु ग्राम योजना के संबंध में भी अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने बागवानों और कृषकों के लिए ढूलान हेतु रोप-वे निर्माण की धीमी गति पर अधिकारियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए शीघ्र रोप-वे निर्माण के कार्य किए जाए। उन्होंने अधिकारियों को केन्द्र और राज्य पोषित योजनाओं का बजट ससमय खर्च किया जाए।

उन्होंने कहा कि मिलेट्स (श्रीअन्न) की अधिक मांग है। प्रदेश में मिलेट्स की अपार संभावनाएं है। अधिकारियों को मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने और मिलेट्स के प्रति लोगों को प्रोत्साहित किया जाए।

उन्होंने कहा कि मिलेट्स का उत्पादन अधिक से अधिक हो तथा मिलेट्स के सभी उत्पादों का एमएसपी तैयार करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा मिलेट्स के समस्त उत्पादों के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति बनाई जाए। उन्होंने अधिकारियों को बारिश बर्फबारी न होने के दृष्टिगत कृषकों बागवानों के नुकसान की भरपाई से संबंधित समय पर सभी विभागीय प्रक्रिया पूर्ण की जाए।

उन्होंने अधिकारियों को फसल बिमित किसानों काश्तकारों की निरंतर मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए गए हैं। कृषि मंत्री ने सीमांत क्षेत्रों में अखरोट के अपार संभावनाएं को देखते हुए मंत्री ने अधिकारियों को शीघ्र एक प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा प्रदेशभर के सभी राजकीय गार्डनों की वीडियोग्राफी की जाए और जो गार्डन नहीं चल रहें है,उनको श्रेणी अनुसार पीपीपी मोड़ पर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी देने के संबंध में अधिकारियों को एक ठोस रणनीति बनाने के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि किसानों की आय दुगनी की जाए। उन्होंने अधिकारियों को कैप के माध्यम से भी किसानों को अधिक से अधिक जोड़ा जाए। मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के जिन लाभार्थियों को ई-केवाईसी नहीं हो पाई है,उनकी ई-केवाईसी कराई जाए।

उन्होंने अधिकारियों को फूड प्रोसेसिंग पर प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने अधिकारियों को किसान की समस्याओं के निराकरण और जानकारी के लिए किसान कॉल सेंटर की स्थापना के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

इस अवसर पर सचिव कृषि विनोद कुमार सुमन, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, निदेशक कृषि केसी पाठक, आर.के सिंह, महेंद्र पाल सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज

   

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