भ्रष्टाचार के आरोप पर पालिका चेयरमैन और महिला पार्षद आमने-सामने, चप्पल-माला फेंकी

नागौर, 18 जनवरी (हि.स.)। मेड़ता नगर पालिका के चेयरमैन गौतम टांक पर महिला पार्षद ने गुरुवार को बोर्ड बैठक में चप्पल फेंक दी। एक अन्य पार्षद ने माला फेंककर मार दी और हाथापाई कर दी। चेयरमैन ने भी पार्षद को माइक से मारने की कोशिश की।

नगर पालिका की बैठक विधायक लक्ष्मण कलरू की मौजूदगी में शुरू हुई थी। बैठक शुरू होते ही भाजपा पार्षदों ने हंगामा खड़ा कर दिया। भाजपा पार्षदों ने पालिकाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस दौरान भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद शोभा लाहोटी ने पिछली बैठक के प्रस्तावों और कामों की फाइल दिखाने को कहा। इसी दौरान चेयरमैन ने कहा कि आप कौन होते हैं, फाइलें मांगने वाले। तभी पार्षद लाहोटी ने अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष की तरफ चप्पल फेंक दी। इतने में मामला गरमा गया। पार्षद मोहित निंबावत चेयरमैन की ओर गए। बहस करते हुए वहां रखी माला चेयरमैन पर दे मारी। टांक ने भी माइक से मारने की कोशिश की। दोनों के बीच हाथापाई भी हुई। निर्दलीय पार्षद शोभा लाहाेटी का कहना था कि मुझे कुछ विश्वसनीय लोगों से पता चला कि अध्यक्ष ने अपनी पर्सनल मीटिंग में मुझे लेकर गलत बातें कहीं। उन बातों को लेकर नाराजगी है। चेयरमैन ने बताया कि उन्होंने कहीं पर भी महिला पार्षद को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की। इसका उनके पास कोई भी सबूत है तो वे बता दें, मैं अध्यक्ष पद छोड़ दूंगा। भाजपा पार्षदों ने विकास का मुद्दा भटकाने के लिए हंगामा खड़ा किया था। इसके बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद दोबारा बहुमत की बात करते हुए बैठक जारी रखने की मांग की।

नगरपालिका के ईओ जितेंद्र सिंह ने बताया कि बैठक में मुद्दों को लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बीच हंगामा शुरू हो गया था। इस दौरान पालिकाध्यक्ष ने बैठक एक घंटे के लिए स्थगित कर दी थी। कुछ देर बाद वापस बैठक शुरू हुई तो पालिकाध्यक्ष और विपक्ष के बीच फिर से अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा बढ़ गया था। जिस पर पालिकाध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी। विपक्ष की मांग पर अब सात दिनों में फिर से बैठक बुलाई जाएगी। अगर अध्यक्ष नहीं बुलाते हैं तो ईओ की ओर से बैठक आयोजित कर बहुमत के आधार पर कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष पवन परतानी ने बताया कि बैठक में 34 सदस्य उपस्थित और छह अनुपस्थित थे। ऐसे में 34 में से 19 सदस्य बैठक जारी रखने के पक्ष में हमारे साथ थे। हम शहर का विकास चाहते हैं, लेकिन पालिका अध्यक्ष ने जो भ्रष्टाचार किए हैं, उन पर बात होते ही वो बैठक को स्थगित कर देते हैं, यह गलत है। शहर के विकास के लिए बैठक होनी चाहिए और विकास कार्यों पर चर्चा होनी चाहिए।

विधायक ने कहा कि हमने विकास के मुद्दे उठाए थे और पुरानी फाइलें मांगी थीं। इसके बाद चेयरमैन बैठक स्थगित कर चले गए। हमने लीगल चीजों की मांग की थी। इसके बाद दोबारा बैठक हुई, उसमें भी लीगल मुद्दे उठाते हुए बात करनी चाही तो बैठक स्थगित कर दी।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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