राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न मंदिरों में किए देव दर्शन

जयपुर, 22 जनवरी (हि.स.)। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को देव दर्शन किए। इसकी शुरुआत सुबह सबसे पहले सांगानेर रोड स्थित रामजानकी मंदिर से हुई। इसके बाद प्रतापनगर के सेक्टर-18 के देहलावास बालाजी मंदिर के दर्शन किए। प्रतापनगर के प्रेम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे दो बार कार सेवा में जाने का मौका मिला। जब मैं विद्यार्थी परिषद में था। उस समय शिला पूजन कार्यक्रम होते थे। 1989-90 में कार सेवा में जाने का मुझे मौका मिला। 1990 में जो कार सेवा हुई, उसमें भी मुझे जाने का मौका मिला। मैं दूसरी कार सेवा में गया तो वहां हमें रोका गया। मैं जेल में भी रहा। यह अस्थाई जेल होती थी। उसमें दो-तीन दिन रखते थे और फिर छोड़ देते थे। फिर हम आगे बढ़ते थे।

उन्होंने कहा कि यहां कभी हूण आए, कभी इस्लाम आया, कभी अंग्रेज आए, इन्होंने हमारी संस्कृति को मिटाने का प्रयास किया। लेकिन, यह भारत की संस्कृति है। जो किसी के मिटाने से मिटने वाली नहीं है। जिन्होंने इसे मिटाने का प्रयास किया, वो समाप्त होते चले गए। आज हमारे चार लाख पूर्वजों को जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी। मैं उनको भी श्रद्धांजलि देता हूं। 22 जनवरी 2024 ऐतिहासिक दिन है। क्योंकि, टेंट जैसे मंदिर से निकलकर राम राजमहल जैसे मंदिर में विराजमान हुए है।

सीएम शर्मा चूरू जिले में स्थित सालासर बालाजी धाम भी पहुंचे। यहां सीएम ने मंदिर दर्शन के बाद 11 हजार दीपकों से होने वाली महाआरती में हिस्सा लिया। शाम को सीएम भजनलाल सीकर जिले के खाटू श्याम मंदिर पहुंचें। यहां दर्शन के बाद वे यहां भी दीपोत्सव महाआरती कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद वे रात 8:30 बजे अल्बर्ट हॉल पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में होने वाले रामोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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