गणतंत्र दिवस के दिन ममता ने केंद्र को दी चेतावनी, एक हफ्ते के अंदर मनरेगा का पैसा नहीं मिला तो होगा बड़ा आंदोलन

कोलकाता, 26 जनवरी (हि.स.) । गणतंत्र दिवस के दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनाव से पहले 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना के फंड को मुख्य मुद्दा के तौर पर बनाने का संकेत देते हुए ममता बनर्जी ने केंद्र को चेतावनी दी है। राज भवन में राज्यपाल के साथ चाय पर चर्चा के बाद मीडिया से बातचीत में ममता ने साफ किया किया कि एक हफ्ते के अंदर केंद्र सरकार मनरेगा का फंड जारी नहीं करती है तो तृणमूल कांग्रेस बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। मुख्यमंत्री के साथ राज भवन में राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत अन्य अधिकारी भी शामिल थे। इस दौरान ममता ने कहा कि हम लोग और एक सप्ताह इंतजार करेंगे। इसके बाद आंदोलन होगा।

भाजपा ने उठाए सवाल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस ऐलान पर भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी दरअसल केवल दिखावे की राजनीति करती हैं। केंद्र सरकार ने फंड रोककर नहीं रखा है। केंद्र का केवल इतना कहना है कि जो पहले पैसे मिले हैं उसका हिसाब दे दीजिए। आखिर ममता हिसाब क्यों नहीं देना चाहतीं। वह एक तरफ हिसाब देंगी और दूसरी तरफ से पैसा वापस आ जाएगा। इसके बाद भी अगर केंद्र सरकार पैसे नहीं देगी तो हम लोग उनके साथ उतरकर आंदोलन करेंगे।

माकपा ने कहा ममता भाजपा की सबसे बड़ी सहयोगी

इधर मुख्यमंत्री के इस ऐलान पर माकपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा है कि ममता बनर्जी के आंदोलन का कोई अर्थ नहीं है। भाजपा और उनके बीच बात हो गई है। चुनाव से पहले मनरेगा का फंड रिलीज होना है। ममता यह कहेंगी कि मैं लड़ाई लड़कर वापस ली और वोट हासिल करेंगे। इसी तरह से भाजपा और तृणमूल एक दूसरे की मदद करते हैं। लोग सब कुछ समझ रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/गंगा

   

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