मूल काशी विश्वनाथ की परिक्रमा करने निकले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस ने रोका

-श्री विद्यामठ के मुख्य गेट पर परिक्रमा के लिए अड़े शंकराचार्य

वाराणसी, 29 जनवरी (हि.स.)। मूल काशी विश्वनाथ (ज्ञानवापी) की परिक्रमा करने के पहले ही ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को पुलिस अफसरों ने केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ के मुख्य गेट पर ही रोक लिया। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सोमवार अपराह्न में मूल काशी विश्वनाथ मंदिर (ज्ञानवापी) की परिक्रमा करने की घोषणा की थी।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की घोषणा को देखते हुए अफसर सुबह से ही सतर्क रहे। तय समय से पहले ही अफसर फोर्स के साथ केदारघाट श्री विद्या मठ पहुंच गए। पूरे मठ के आसपास घेराबंदी कर ली। अफसरों ने शंकराचार्य से बात करना चाहा तो बटुकों ने बताया कि वे अनुष्ठान कर रहे हैं। अपनी घोषणा के अनुसार कुछ देर बाद जैसे ही स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मठ से निकले और अफसरों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया। इससे नाराज शंकराचार्य ने पूछा कि जब वहां नमाज पढ़ने पर रोक नहीं है तो मुझे आखिर क्यों रोका जा रहा है। पुलिस अफसरों ने कहा कि ज्ञानवापी में नई परंपरा नही शुरू होगी। वहां धारा 144 भी लगी है। इस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि परिक्रमा कोई नई परंपरा नहीं है। परिक्रमा करने की हमारी परंपरा बहुत पुरानी है।

उन्होंने कहा कि एक पक्ष कह रहा कि वहां शिवलिंग है। दूसरे पक्ष का कहना है कि वहां शिवलिंग नहीं है। न्यायालय को अंतरिम व्यवस्था बनानी चाहिए। ताकि दोनों पक्ष जब तक केस चल रहा तब तक पूजा पाठ कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज पहले भी उसकी परिक्रमा करते थे। हमको रोका जा रहा है। हमारे परिक्रमा से कोई अव्यवस्था नहीं होगी। हम प्रशासन का पूरा सहयोग करके अपने देवता का बाहर से ही परिक्रमा करेंगे। एडीसीपी काशी ज़ोन चंद्रकांत मीणा, एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय, एसीपी भेलूपुर अतुल अंजान त्रिपाठी शंकराचार्य को परिक्रमा न करने के लिए मनाते रहे।

अफसरों का कहना था कि वहां परिक्रमा के लिए न्यायालय का आदेश नहीं है। संवेदनशीलता को देखते हुए धारा 144 भी लागू है। ऐसे में बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन ही करें। उधर, शंकराचार्य के परिक्रमा की घोषणा को देखते हुए सोनारपुरा, मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया, बांसफटक होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 तक सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप

   

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