जेईई-मेन परीक्षा से पहले कोटा में एक और छात्रा ने आत्महत्या की

कोटा 29 जनवरी (हि.स.)। इंजीनियरिंग की सबसे बडी प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन 2024 मंगलवार 30 जनवरी से प्रारंभ होगी, उससे एक दिन पहले सोमवार को शहर में 12वीं कक्षा की एक कोचिंग छात्रा निहारिका (18) ने सुसाइड कर लिया। उसने सुसाइड नोट में लिखा-‘मम्मी-पापा, सॉरी, मैं लूजर हूं। जेईई-मेन नहीं कर पाई, इसलिये सुसाइड कर रही हूं। यही अंतिम विकल्प है।’

शहर के बोरखेडा में रहने वाले बैंक गनमैन विजय की तीन बेटियों में निहारिका सबसे बडी थी। वह जेईई-मेन की कोचिंग ले रही थी। सोमवार को मकान की दूसरी मंजिल पर कमरे में पढाई कर रही थी। सुबह 10 बजे दादी ने उसे आवाज दी तो दरवाजा नहीं खोला। चिंतित दादी ने चिल्लाकर सबको बुलाया। मौके पर देखा तो वह कमरे में रोशनदान से फंदे पर लटकी हुई थी। तुरंत अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। चचेरे भाई विक्रम ने बताया कि निहारिका पढने में होशियार थी। लेकिन गत वर्ष 12वीं बोर्ड में कम नंबर आने से वह इस साल दोबारा 12वीं बोर्ड और जेईई-मेन की तैयारी कर रही थी। जेईई-मेन परीक्षा को लेकर वह बहुत तनाव में थी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गत वर्ष 2023 में कोटा शहर में 26 कोचिंग विद्यार्थियों ने आत्महत्या की थी। इस वर्ष जनवरी के एक सप्ताह में 2 विद्यार्थियों ने सुसाइड कर सभी अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। गत 23 जनवरी को नीट की तैयारी कर रहे मुरादाबाद के मोहम्मद जैफ ने आत्महत्या कर ली थी। राज्य सरकार ने हाल ही में कोचिंग के दिशानिर्देश जारी कर 16 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों को कोचिंग देने पर रोक लगा दी है। लेकिन शहर में कोचिंग ले रहे अधिकांश विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा से पहले दोहरे मानसिक तनाव को स्वीकार करते हैं। जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों व हॉस्टलों के लिये गाइडलाइन की अनुपालना करवाने के बावजूद कोटा शहर में सुसाइड का सिलसिला थम नहीं पा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/संदीप

   

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