बीजापुर : जनवरी से अब तक बीजापुर में हुए चार फर्जी मुठभेड़, हुई निर्दोष ग्रामीणों की मौत : बेला भाटिया

बीजापुर, 01 फरवरी (हि.स.)। जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के सरहदी इलाके इंद्रावती नदी उस पार पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग से एसटीएफ के एक जवान के भाई को गोली लग गई। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतक युवक के परिजनों को हर संभव मदद की जाएगी। पुलिस व प्रशासन की पहल पर अब मृतक रमेश ओयाम के परिजन को पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इस मामले में मृतक रमेश पोयाम की पत्नी ने सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है। पत्नी का कहना है कि मेरा पति बच्चे की छठी के लिए बाजार से सामान खरीदने गया था। तभी फायरिंग में उसकी मौत हो गई। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने भैरमगढ़ में विरोध प्रदर्शन भी किया है।

सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया ने जवानों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जनवरी से अब तक बीजापुर में चार फर्जी मुठभेड़ हुए हैं। जिसमें निर्दोष ग्रामीणों की मौत हो रही है। मंगलवार को भी जवान के एक भाई को जवानों ने मार दिया। बेला भाटिया ने कहा कि डीआरजी के जवान एके 47 लेकर बिना नियम कानून के गोलियां चला रहे हैं, जो समाज के लिए खतरा है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली कि कोंड्रोजी, बोड़गा क्षेत्र में नक्सली मौजूद हैं। सूचना के आधार पर बीजापुर और दंतेवाड़ा पुलिस का संयुक्त अभियान पर रवाना किया गया था। जिसमें डीआरजी, एसटीएफ के जवान सर्चिंग पर निकले थे। इसी बीच नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग गए थे। पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि कुछ नक्सलियों को गोली लगी है, 30 जनवरी की शाम सभी जवान कैंप लौट आए। वहीं 31 जनवरी की शाम पुलिस को पता चला कि इस मुठभेड़ में हुई क्रॉस फायरिंग में इलाके के एक युवक रमेश ओयाम को गोली लगी है। जिसकी मौके पर ही मौत गई। मृतक इस मुठभेड़ में शामिल एक एसटीएफ जवान का भाई था। मामले की जानकारी मिलने के बाद मृतक रमेश ओयाम के परिजन को पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं उपलब्ध जाने की बात पुलिस अधिकारियों के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

   

सम्बंधित खबर