गरीब मजदूर की दास्ताँ का वर्णन करता नाटक ‘मेरा घर मेरा सपना’ प्रस्तुत

जम्मू। स्टेट समाचार
नटरंग ने रविवार को यहां नटरंग स्टूडियो थिएटर में अपनी साप्ताहिक संडे थिएटर श्रृंखला में एक नया हिंदी रूपांतरित और तात्कालिक नाटक ‘मेरा घर मेरा सपना’ प्रस्तुत किया। नाटक का निर्माण एवं निर्देशन नीरज कांत ने किया। मेरा घर मेरा सपना उन मजदूरों की दुर्दशा पर आधारित है जो दूसरों के लिए घर बनाते हैं लेकिन अपनी छत का सपना जीवन भर पूरा नहीं हो पाता है। नाटक नाटकीय रूप से एक ऐसे दृश्य से शुरू होता है जहां मजदूरों को एक आवास परियोजना पर काम करते हुए दिखाया गया है। एक युवा जोड़ा, जो एक साथ मजदूर के रूप में काम करता है, जीवन भर बसने और अपना घर बनाने के सपने के साथ अपने प्रेम से विवाहित जीवन में प्रवेश करता है। उनका संघर्ष जारी रहता है और हालात तब और खराब हो जाते हैं जब इस बेघर जोड़े के घर बच्चे का जन्म होता है। जब भी आधुनिक शहरीकरण के नाम पर प्रभावशाली लोगों को नई विकासात्मक परियोजनाओं के तहत समायोजित करना होता है, तो व्यवस्था की कुल्हाड़ी अक्सर आम गरीब निवासियों पर गिरती है, उन्हें बाहर निकालने के लिए उन्हें चोर, अवैध अतिक्रमणकारी, अपराधी या कभी-कभी आतंकवादी भी करार दिया जाता है। पुलिस दल तलाशी लेने के लिए घरों में घुसता है और घर में पड़ा सारा सामान बाहर फेंक देता है और महिला के साथ भी दुर्व्यवहार करता है। कानून जब भी किसी को बचाना चाहता है तो शहर की ऐसी अनधिकृत बस्तियों में ऐसा होता है। इस बीच सांप्रदायिक दंगों के कारण कई घर नष्ट हो गए हैं और लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। महिला राहत शिविर छोडक़र अपनी पुरानी कॉलोनी में अपना घर बसाने की सोचती रहती है, जहां सभी धार्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोग रहते हैं। लेकिन वह आदमी यह कहकर उसकी बात नहीं मानता कि अब उसके धर्म के लोग उस कॉलोनी में नहीं रहते और ऐसे में वह अपने धर्म के लोगों के बीच ही घर बनाएगा। अनधिकृत कॉलोनी में रहने के कारण एक दिन पुलिस उन्हें कॉलोनी से बाहर निकालने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचती है। यहां दंपति ने दृढ़ता से निर्णय लिया कि वे अपना घर खाली नहीं करेंगे और कॉलोनी के अन्य सभी निवासियों को अन्याय के खिलाफ एकजुट होने और न्याय मिलने तक लडऩे के लिए प्रेरित करेंगे। नाटक में एक नया मोड़ तब आता है जब वंचित लोगों की आक्रामकता भडक़ उठती है और अधिकारी उन्हें समायोजित करने के लिए सहमत हो जाते हैं।

 

   

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