रतलाम: गवाह की हत्या मामले में आरोपित के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

रतलाम, 4 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के पिपलौदा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम कंचनखेड़ी में जानलेवा हमले में नाथूलाल चौधरी की मौत के बाद पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान व जांच अधिकारी के.एल. दायमा को निलंबित कर दिया है। मामले में पिपलौदा पुलिस पर परिजनों व ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए आरोपितों के संरक्षण को लेकर शनिवार को शिकायत एसपी से करते हुए कार्यवाही की मांग की थी। पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक कुल 7 आरोपितों को गिरफ्तार किया है व मुख्य आरोपित जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सुरेश जाट परिवार सहित फरार है। पुलिस फरार आरोपित के रिश्तेदारो से भी पूछताछ कर रही है।

रविवार सुबह नाथूलाल चौधरी की शव यात्रा निकाली गई और लोग शवयात्रा लेकर आरोपित सुरेश जाट के घर के सामने पहुंचे। शव रखकर बुलडोजर चलाने की मांग करने लगे। जावरा एसडीएम अनिल भाना, एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान, तहसीलदार देवेंद्र दानगढ़ व अन्य अधिकारी वहां पहुंचे तथा प्रदर्शन कर रहे लोगों से चर्चा कर उन्हें समझाया कि अंतिम संस्कार करों, आरोपितों पर कार्रवाई जरूर की जाएगी। उनका अवैध निर्माण तोड़ा जाएगा। इसके बाद वे माने और शव अंतिमसंस्कार के लिए ले गए। शव ले जाने के कुछ समय बाद प्रशासन के दल ने जेसीबी बुलवाकर आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त कर दिया।

क्या है पूरा मामला -जानकारी अनुसार 77 वर्षीय नाथूलाल चौधरी के पुत्र धर्मेंद्र चौधरी ने पूर्व में नल-जल योजना की रसीद व आरटीआइ में जानकारी मांगी थी इसे लेकर सुरेश जाट व उसके साथियों ने 5 सितंबर 2022 को ग्राम कंचनखेड़ी में तेजाजी मंदिर परिसर में धर्मेंद्र चौधरी के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने धर्मेंद्र की रिपोर्ट पर आरोपित सुरेश जाट, मोतीलाल जाट, रमेश जाट, लाखन जाट, विक्रम, धारासिंह, कपिल पालीवाल, कन्हैयालाल, सुभाष व विकास के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।

प्रकरण में गवाह थे नाथूलाल-

इस प्रकरण में नाथूलाल गवाह थे और उनकी 25 जनवरी 2024 को जावरा कोर्ट में गवाही थी। इसके एक दिन पहले 24 जनवरी को नाथूलाल चौधरी खेत पर जा रहे थे, तब कुछ लोगों ने उन पर हमला बोलकर जमकर मारपीट की थी। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी तीन फरवरी को सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मौत हो गई।

मौत के बाद उपजा था आक्रोश

नाथूलाल की मौत होने की खबर मिलने पर बड़ी संख्या में लोग व उनके स्वजन मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे और आरोपितों का मकान तोडने व सुरेश जाट सहित शेष आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे थे। उनका कहना था कि पुलिस सुरेश जाट व अन्य को मदद कर रही है, साथ ही सिर्फ तीन आरोपित ही गिरफ्तार किए गए है। शेष आरोपितों को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया। जब तक आरोपितों के मकान नहीं तोड़े जाते व उनकी गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे शव एसपी आफिस में ले जाकर रखेंगे। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद शाम करीब सवा चार बजे बड़ी संख्या में लोग व स्वजन एसपी ऑफिस पहुंचे थे। एसपी राहुल कुमार लोढा ने उन्हें बताया था कि अब तक छह आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके है। प्रकरण में हत्या की धारा बढ़ाई गई है। शेष आरोपितों की तलाश जारी है उक्त मामले की जांच एसआइटी से कराई जाएगी। आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद स्वजन व लोग मेडिकल कालेज पहुंचकर शव घर ले गए थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी

   

सम्बंधित खबर