मुख्यमंत्री ने भूमकाल दिवस पर आदिवासी जननायक अमर बलिदानी गुंडाधुर को किया नमन

रायपुर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भूमकाल स्मृति दिवस पर आदिवासी जननायक अमर बलिदानी गुंडाधुर को नमन किया है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के जल, जंगल व जमीन के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का आगाज करने वाले नायक गुंडाधुर का बलिदान इतिहास में हमेशा अमर रहेगा।

मुख्यमंत्री साय ने कहा है कि 10 फरवरी 1910 में बस्तर के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका था। इस विरोध को बुलंद करने में आदिवासी जननायकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इन्हीं जननायकों में से अमर बलिदानी गुंडाधुर के नेतृत्व में भूमकाल विद्रोह में आदिवासियों ने सीमित संसाधनों के बावजूद अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर संघर्ष किया। उनकी याद में छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से प्राचीन दंडकारण्य क्षेत्र के स्थानीय लोग हर साल भूमकाल दिवस मनाते हैं। साय ने कहा कि आदिवासी चेतना के प्रतीक के रूप में शहीद गुंडाधुर जनमानस में हमेशा जीवित रहेंगे। उनकी स्मृति में मनाया जाने वाला भूमकाल दिवस सदा हमें शोषण के विरुद्ध आवाज बुलंद करने का साहस देता रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर शहीद गुंडाधुर ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आदिवासी जनमानस में जो अलख जगाई है, वह हमेशा प्रज्ज्वलित रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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