फाइलेरिया से बचाव का एक ही उपाय, दवा जरूर खाएं: महापौर

—10 फरवरी से चल रहा सामूहिक दवा सेवन अभियान, घर-घर खिलाई जा रही दवा

वाराणसी,12 फरवरी (हि.स.)। जिले में फाइलेरिया बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए 10 फरवरी से सामूहिक रूप से दवा खिलाने का अभियान चलाया जा रहा है । यह अभियान चोलापुर ब्लॉक एवं जैतपुरा क्षेत्र के पाँच वार्डों क्रमशः रसूलपुरा, ईश्वरगंगी, दारानगर, बड़ी पियरी व चेतगंज में 28 फरवरी तक चलेगा। इसमें ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए यानि तीन दवाओं (आइवर्मेक्टिन, डीईसी, एल्बेण्डाज़ोल) को एक साथ खिलाया जा रहा है । साल में एक बार इन दवाओं के सेवन से फाइलेरिया बीमारी का खतरा नहीं रहता है । अभियान को सफल बनाने और फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए प्रभावशाली व्यक्तियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से अपील की जा रही है ।

सोमवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी के साथ जैतपुरा क्षेत्र के पाँच वार्डों के पार्षदों क्रमशः मोहम्मद तैयब एडवोकेट, अर्चना यादव, अवनीश यादव एवं श्रवण कुमार गुप्ता ने जनमानस से दवा खाने की अपील किया। महापौर ने कहा कि फाइलेरिया जिसको हम हाथीपांव भी कहते हैं। यह एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है। इससे बचाव में साल में एक बार दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना है। नागरिक इस अभियान को सफल बनाएं । स्वास्थ्य टीम जब आपके घर दवा खिलाने आए। तो उनकी बात मानें । यह दवा खुद खाएं और दूसरों को भी खाने के लिए प्रेरित करें।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए अभियान संचालित किया जा रहा है जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने फाइलेरिया रोधी दवा खिला रहे हैं । उन्होंने बताया कि इस अभियान में ‘आइवर्मेक्टिन डीईसी एल्बेण्डाजोल’ तीन दवाओं की आयु के अनुसार निर्धारित खुराक खिलाई जा रही है । यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को नहीं खिलाना है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन

   

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