पिछले बजट की कई योजनाएं इस बजट में भी-भरत नरह

गुवाहाटी, 13 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस विधायक भरत नरह ने आरोप लगाया है कि वित्त मंत्री द्वारा इस वर्ष के बजट में उल्लेख की गई योजनाओं में से कई योजनाओं का जिक्र पिछले बजट में भी था। लेकिन, उन योजनाओं पर कोई कार्य नहीं हुआ। भरत नरह आज असम विधानसभा के चालू बजट सत्र के सातवें दिन बजट पर हो रही सदन में चर्चा में भाग लेते हुए उपरोक्त बातें कहीं।

कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि पिछले बजट में 31 नंबर पृष्ठ पर महिला उद्यमिता योजना शुरू करने की बात कही गई थी। इसमें कहा गया था कि महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपये उद्योग शुरू करने के लिए डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए दिए जाएंगे। लेकिन इस योजना पर इस वर्ष एक रूपया भी खर्च नहीं किया गया। इस योजना का नाम बदलकर इस बार लखपति बाईदेओ के नाम से शुरू किया गया है।

भरत नरह ने कहा कि इस प्रकार के और भी ऐसी कई योजनाएं हैं जिन पर बीते बजट में कोई काम नहीं हुआ और इस बार फिर से उसे बजट में लाया गया है। भरत नरह ने कहा कि जोरहाट-डिब्रूगढ़ सड़क योजना 2014-15 के दौरान घोषित की गई थी। नितिन गडकरी ने आकर इसकी घोषणा की थी लेकिन इस दिशा में अब तक कोई काम नहीं हुआ। इस बार फिर से जब नितिन गडकरी गुवाहाटी में आए तो पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का हवाला देते हुए भरत नरह ने कहा कि गडकरी ने 31 मार्च, 2025 तक यह योजना संपूर्ण होने की बात कही।

कांग्रेस विधायक ने अपने भाषण में स्मार्ट सिटी के गठन होने के बावजूद गुवाहाटी की गंदगी, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बावजूद ग्रॉस इनरोलमेंट दर में कमी, सरकार द्वारा लिए जा रहे ऋण समेत अन्य मुद्दे उठाते हुए कहा कि सरकार के बजट से अधिक सरकार पर लोन हो चुका है। इस वर्ष बजट 1,27,283 करोड रुपए का है जबकि 31 मार्च तक सरकार के ऊपर कर्ज 1,62,553 करोड रुपए तक हो जाएगा।

कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार जिस प्रकार से जीडीपी को बढ़ा हुआ दिखा रही है, सही मायने में वह बढ़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि आर्थिक बढ़ोतरी यानी जीडीपी सकल घरेलू उत्पाद के तीन फैक्टर होते हैं कृषि, सेवा तथा मैन्युफैक्चरिंग। लेकिन इन तीनों में ही बढ़ोतरी नहीं हुई ऐसे में जीडीपी किस प्रकार बढ़ गई है यह रहस्य का विषय है। उन्होंने सरकार के जीडीपी के आंकड़े को विरोधाभासी बताया। उन्होंने कहा की बजट खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में सरकार कुछ नहीं कर सकी है। चाहे वह सोलर एनर्जी हो या अन्य विद्युत परियोजनाएं, सभी बहुत धीमी गति से चल रही हैं। कांग्रेस विधायक ने कहा कि इस सरकार ने विकास का काम करने का जिस प्रकार मौका पाया था इसका फायदा नहीं उठाया।

उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में जहां राजनीतिक स्थिरता आई है, वहीं उग्रवाद नहीं है। कहीं भी आंदोलन नहीं हो रहे हैं। अपने संबोधन में कांग्रेस विधायक ने बजट के और भी कई प्रावधानों पर सवाल खड़े किए।

हिन्दुस्थान समाचार /श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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