ग्वालियर: रवि योग में बुधवार को मनेगी बसंत पंचमी, खरीदारी और विवाह के लिए शुभ

ग्वालियर, 13 फरवरी (हि.स.)। माघ माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की विषेश पूजा-अर्चना की जाती है। बसंत पंचमी पर रवि योग भी रहेगा। यह योग स्वर्ण की खरीदी और नवीन प्रतिष्ठान के शुभारंभ के लिए विशेष माना गया है। इस दिन विवाह सहित शुभ कार्य बिना किसी मुहुर्त देखे किए जा सकते हैं।

बसंत पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त:

ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा के अनुसार पंचांग के अनुसार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से हुई है। बुधवार 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार 14 फरवरी को यह त्योहार मनाया जाएगा। बसंत पंचमी वाले दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 1 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस दिन पूजा के लिए करीब 5 घंटे 35 मिनट तक का समय है।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद

   

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