बंसत पंचमी से ब्रज के फाग महोत्सव का शुभारंभ, मंदिरों में उड़ा अबीर-गुलाल

मथुरा, 14 फरवरी(हि.स.)। बसंत पंचमी के साथ ही पूरे ब्रजमण्डल में बुधवार होली महोत्सव की शुरूआत हो गई। मंदिरों में आज से होली का रंग शुरू हो गया। ठाकुरजी को पीले वस्त्र धारण कराये गये। वहीं ब्रज मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ भी देखने को मिली।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रज में बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही बसंत पंचमी के दिन से होली की शुरूआत हो चुकी है। पूरे ब्रजमण्डल में बसंत पंचमी आज अपूर्व उल्लास और आनंद के साथ मनाई जा रही है। जगह- जगह वीणा वादिनी मां सरस्वती की पूजा अर्चना हुयी। वृन्दावन में बसंती कमरा देखने लोग जुटे। बिहारीजी में गुलाल उड़ा तो मंदिर द्वारिकाधीश में बसंत पंचमी के दिन होली का डांढा गढ़ने के साथ ही होली के परंपरागत कार्यक्रम भी शुरू हो गये।

यमुनापार स्थित दुवार्षा ऋषि मंदिर में आज बसंत पंचमी पर मेला लगा जिसमें नावों में सवार होकर भक्त दर्शन करने के लिये पहुंचे। बसंत पंचमी पर देशभर से श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन के मंदिरों में पहुंचे हैं। आश्रम और धर्मशालाओं में बसंतपंचमी की धूम नजर आ रही है। ब्रज के मंदिरों में आज से होली की शुरूआत हो गई है। आज जगह-जगह पीले रंग का गुलाल उड़ रहा है। होलिका दहन के लिए डाढ़ा गढ़ गया है। दहन के लिए आज से ही होलिका को एकत्र करना आरंभ हो गया है। ढप की थापों पर होली के गीतों का गायनमंदिरों में उप की थापों पर होली के गीतों का गायन, समाज गायन के साथ शुरू होने वाला उल्लास बरसाना में लठामार होली के साथ ही अपने शिखर पर पहुंच जाता है। यमुनापार स्थित दुवार्षा ऋषि मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान, केशवदेव मंदिर, बिरला मंदिर और वृन्दावन के शाहजी, बांकेबिहारी, बरसाना के कीर्ति मंदिर, निधिवन, रंगजी मंदिर आदि जगहों पर बसंत पंचमी के साथ आज ब्रज में होने वाले चालीस दिवसीय फाग महोत्सव का शुभारंभ हो गया। प्राचीन ठाकुर केशव देव मंदिर में बसंत उत्सव की धूम मची रही। बसंत पंचमी पर होली का डाढ़ा गाढ़ने की परंपरा के साथ ही ब्रज की होली की शुरूआत होती है

बिहारीजी में उड़ा अबीर-गुलाल, श्रद्धालुओं हुए सराबोर

वृन्दावन बांकेबिहारी मंदिर में सुबह श्रृंगार आरती के बाद अबीर- गुलाल उड़ा। मंदिर परिसर ठाकुरजी के जयकारों से गुंजायमान हो गया। अबीर गुलाल की बरसात में भक्त सराबोर हो गए। मंदिर के सेवायतों ने थालों में हरा, लाल, वसंती, गुलाबी और पीले रंग का गुलाल भक्तों पर डाला। बसंत के आगाज पर बसंती रंग में सजे ठा. बांकेबिहारी होली खेलते हुए भक्तों को अनुपम दर्शन आनंदित कर रहे थे। भक्तों की भारी भीड़ के बीच मंदिर परिसर में बसंत पंचमी पर इंद्रधनुषी छटा बिखर गई। मंदिर सेवायत सुधित अबीर गुलाल श्रद्धालुओं पर उड़ा रहे थे। श्रृंगार आरती के बाद ठाकुर बांकेबिहारी महाराज ने वसंती पोशाक धारण कर भक्तों को दर्शन दिए।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/पदुम नारायण

   

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