जैन समाज के लोगों ने बंद रखे अपने प्रतिष्ठान

खूंटी, 18 फ़रवरी (हि.स.)। संत शिरोमणि आचार्य श्रीविद्यासागरजी महामुनिराज के समाधि दिवस पर खूंटी के जैन समाज के लोगों ने रविवार को अपने प्रतिष्ठानों को अपराह्न एक से चार बजे तक बंद रखा।

इस संबंध में जैन समाज के रोहित जैन ने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागर जी पूर्ण जाग्रत अवस्था में उन्होंने आचार्य पद का त्याग करते हुए कुछ दिन पूर्व में ही अन्न-जल का त्याग कर दिया था। आचार्य विद्यासागर जी का जन्म 1946 में कर्नाटक के बेल गांव में हुआ था। उन्होंने जीवन भर चीनी ,नमक, हरी सब्जी, फल, अंग्रेजी दवा, तेल, सूखा मेवा, दही सभी प्रकार की भौतिक सुविधाओं का त्याग कर दिया था और करवट में शयन वह भी बिना चादर तकिया के जमीन पर करते थे।, 24 षंटे में दो मुट्ठी जल और थोड़ा सा भोजन ग्रहण करते थे। मानव जीवन तो क्या वे मूक प्राणियों पर उतना ही दया की भाव रखते थे।, उनके नाम पर हजारों गौशाला चल रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

   

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