प्रकाश प्रेमी की तीन डोगरी पुस्तकों का विमोचन

जम्मू, 19 फ़रवरी (हि.स.)। रचनाकार कला साहित्य अकादमी, उधमपुर ने प्रख्यात वरिष्ठ डोगरी लेखक और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता प्रकाश प्रेमी द्वारा 'गीतें दा बंजारा', 'अमर बलिदान' और 'लोक नायक_ मियां डिडो' शीर्षक से लिखित तीन डोगरी पुस्तकों का वृद्ध आश्रम उधमपुर में आयोजित एक सादे लेकिन प्रभावशाली कार्यक्रम में विमोचन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने की जबकि प्रख्यात डोगरी और अंग्रेजी लेखक दर्शन दर्शी मुख्य अतिथि थे । उनके साथ ही मंच पर पद्मश्री प्रो. शिव निर्मोही, भारतीय सेना के भूतपूर्व ब्रिगेडियर सतीश शर्मा और वरिष्ठ जे के ऐस अधिकारी रशपाल सिंह तथा स्वंय प्रकाश प्रेमी भी उपस्थित रहे।

समारोह के दौरान डॉ. यश रैना द्वारा 'गीतें दा बंजारा', सुरजीत होश बडसली द्वारा 'अमर बलिदान' और जगदीप दुबे द्वारा 'लोक नायक_मियां डिडो' पर विस्तृत पेपर प्रस्तुत किए गए।

डोगरी साहित्य को तीन और पुस्तकों से समृद्ध करने के लिए प्रकाश प्रेमी की सराहना करते हुए, दर्शन दर्शी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रकाश प्रेमी कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं । उन्होंने अपने साहित्यिक कार्यों के माध्यम से डोगरी शब्दावली को समृद्ध करने और क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में उनके योगदान को उजागर करने के लिए कुछ संदर्भ भी दिए।

प्रो. ललित मगोत्रा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि प्रकाश प्रेमी ने डोगरी साहित्य में बहुत योगदान दिया है और डोगरी प्रेमी भविष्य में भी उनसे और अधिक की उम्मीद करते हैं क्योंकि उन्होंने जो कुछ भी लिखा है वह इतना उत्कृष्ट है जो डोगरी साहित्य को बाकी भाषाओं में लिखे जा रहे हैं या लिखे गए सर्वश्रेष्ठ साहित्य के बराबर खड़ा करने में मदद करता है। डोगरी भाषा को उनके स्तर का साहित्यकार पाकर सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक पुस्तक पर प्रस्तुत आलेख विचारोत्तेजक है और रचनात्मक कार्यों के लिए नए आयाम खोलते हैं। उन्होंने पत्र वॉचकों की सराहना करते हुए कहा कि आलोचनात्मक विश्लेषण डोगरी साहित्य में एक स्वागत योग्य कदम है।

अन्य वक्ताओं रशपाल सिंह और सतीश शर्मा, जो विशेष अतिथि थे, ने भी विपुल लेखक के साथ अपने जुड़ाव और एक रचनात्मक व्यक्ति के रूप में समाज में उनके योगदान के बारे में विस्तार से बात की। इस अवसर पर प्रकाश प्रेमी ने भी दर्शकों के साथ अपने अनुभव सांझा किये। उन्होंने पुस्तक विमोचन समारोह में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए सभी साहित्यकारों और साहित्य प्रेमियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। इससे पहले प्रकाश प्रेमी एवं रचनाकार कला साहित्य अकादमी उधमपुर की ओर से आशुतोष पराशर ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रख्यात लोक कलाकार और इस वर्ष के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित रमालो राम को भी सम्मानित किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों और प्रकाश प्रेमी के परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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