ग्वालियरः सीएचओ व आशा कार्यकर्ता के खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई

- ग्राम पंचायत बरहाना के दोषी कर्मचारियों का कटेगा एक हफ्ते का वेतन

ग्वालियर, 21 फरवरी (हि.स.)। पीएम जनमन (प्रधानमंत्री जनजाति न्याय महा अभियान) के तहत सौंपे गए दायित्वों के निर्वहन में ढ़िलाई और मुख्यालय पर न रहना उप स्वास्थ्य केन्द्र बड़का गाँव के सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर) अतुल कुमार को भारी पड़ने जा रहा है। उनके खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई प्रस्तावित की गई है। इसी तरह ग्राम बरहाना की आशा कार्यकर्ता की बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जा रही है। पीएम जनमन अभियान में लापरवाही पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार ने ग्राम पंचायत बरहाना के ग्राम पंचायत स्तरीय अन्य दोषी कर्मचारियों का एक हफ्ते का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाँ. आरके राजौरिया ने बुधवार को सीएचओ अतुल कुमार की सेवा समाप्ति का प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर कार्यालय को भेजा है। इसी तरह आशा कार्यकर्ता की बर्खास्तगी का प्रस्ताव भी सीईओ जिला पंचायत की ओर भेजा गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सीएचओ अतुल कुमार की ड्यूटी पीएम जनमन अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं नये पीवीसी आयुष्मान कार्ड की ई-केवाईसी करने के लिए ग्राम बरहाना में लगाई गई थी। अतुल कुमार को गाँव की संपूर्ण जानकारी न होने और उनकी लापरवाही की वजह से 98 हितग्राही आयुष्मान कार्ड से वंचित रह गए। साथ ही यह पता चला कि वे अपने मुख्यालय पर नहीं रहते। इस अनुशासनहीनता पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होने जा रही है। ग्राम पंचायत बरहाना की आशा कार्यकर्ता व अन्य कर्मचारियों ने भी इसी प्रकार की लापरवाही बरती है।

पटवारी पंकज शर्मा निलंबित

वहीं, राजस्व महा अभियान को गंभीरता से न लेना ग्राम कोटालश्कर हल्का नं. 10 के पटवारी को भारी पढ़ा है। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने यहाँ के पटवारी पंकज शर्मा को निलंबित कर दिया है। दरअसल, जिले में चल रहे राजस्व महा अभियान समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई थी कि कुछ पटवारियों द्वारा इस अभियान को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, जिससे उन हल्कों की प्रगति ठीक नहीं हैं। प्रगति के लिहाज से सबसे नीचे के पाँच पटवारियों को विधिवत कारण बताओ नोटिस जारी कर सुनवाई का मौका दिया गया और जवाब मांगा गया। पटवारी पंकज शर्मा ने कारण बताओ नोटिस का न तो जवाब दिया और न ही कोई कार्य किया। इस लापरवाही व अनुशासन हीनता पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। निलंबित अवधि में पंकज शर्मा का मुख्यालय अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा

   

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