संत निरंकारी मंडल ने जानकी सेतु से रामझूला तक घाटों पर सफाई अभियान चलाकर किया स्वच्छ

संत निरंकारी मंडल के कार्यकर्ता सफाई अभियान चलाते हुए छाया विक्रम

ऋषिकेश, 25 फरवरी (हि.स.)। प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत स्वच्छ जल, स्वच्छ मन परियोजना के दूसरे चरण में संत निरंकारी मंडल ब्रांच ऋषिकेश ने जानकी सेतु से रामझूला तक सभी घाटों और मुख्य मार्ग पर सफाई अभियान चलाकर स्वच्छ किया।

संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने आज जानकी सेतु से रामझूला, शत्रुघ्न घाट ओर मरीन ड्राइव पर सघन सफाई अभियान चलाकर साफ किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 8:00 बजे प्रार्थना से किया गया। इसके पश्चात ग्रुप बनाकर मुख्य मार्ग और घाटों की सफाई की झाड़ू लगाकर सफाई की गई। एसएनसीएफ के वॉलिंटियर्स ने सभी घाटों पर रामसेतु से लेकर रामझूला तक झाड़ू लगाकर साफ कर कूड़े को एकत्रित कर बागों में भरकर नगर पंचायत कर सहयोग से उचित स्थान पर पहुंचाया गया। एसएनसीएफ, सेवादल, साध संगत के लगभग 550 वॉलिंटियर्स ने इस सफाई अभियान में योगदान दिया।

सफाई अभियान में परमार्थ निकेतन और संत निरंकारी मिशन की रायवाला एवं भोगपुर की ब्रांचों ने भी सहयोग किया।बाल संगत के बच्चों ने नाटिका के माध्यम से जल बचाओ और जल संरक्षण का संदेश दिया। इस परियोजना समूचे भारतवर्ष के लगभग 1500 से भी अधिक स्थानों के 900 शहरों के 27 राज्यों में सफाई अभियान चलाया गया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती जी ने अपने विचारों में कहा कि कोई गुरु अपनी सेवा के लिए नहीं कहता वह केवल समाज की सेवा की ही प्रेरणा देता है। सेवा करने से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। जल की स्वच्छता से जरूरी जल का बचाव है हम अपने जीवन में अनेक कार्य में आवश्यकता से अधिक जल का प्रयोग करते हैं अगर हम सब अपने जीवन में जल को बचाना सीख जाए तो वास्तव में जल का संरक्षण होगा।

कार्यक्रम का संचालक उच्च प्रशासनिक अधिकारी दुर्गा चमोली ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम

/रामानुज

   

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