रूपवास के शाही तालाब का सिचाई विभाग की टीम ने किया निरीक्षण, जल्द होगा कायापलट

भरतपुर, 25 फ़रवरी (हि.स.)। रूपवास कस्बे के बीचों बीच स्थित शाही तालाब का अब कायाकल्प होगा। रविवार को सिंचाई विभाग की टीम ने तालाब का निरीक्षण कर उसके जीर्णोद्धार की डीपीआर तैयार करने के लिए इलाके का दौरा किया।

दरअसल, स्थानीय विधायक ऋतु बनावत ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के समक्ष इसके जीर्णोद्धार का मुद्दा उठाया था। इसके बाद मंत्री ने इसकी डीपीआर तैयार कर भिजवाने का भरोसा दिया था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने शाही तालाब पर पहुंचकर उसकी वास्तविक स्थिति का जायजा लिया तथा विकास के लिए काम की गुंजाइश बताकर निर्माण कार्य व साफ सफाई कराने की बात कही।

शाही तालाब मुग़ल काल में बना था जो करीब 12 बीघा में फैला है। इसमें से निकले पत्थरों से लाल महल का निर्माण किया गया था। इसमें तहसील कार्यालय भी चला था। फिलहाल पुरातत्व विभाग के अधीन होने के कारण लाल महल में भी निर्माण कार्य चल रहा है। इस समय शाही तालाब की स्थिति बदतर है। तथा चारों तरफ गंदगी का ढेर लगा हुआ है। वही पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है। जबकि इस तालाब के पानी से हलवाई मिठाई व पुआ बनाते थे। तथा तैराकी, स्नान करने के अलावा श्राद्ध पक्ष में पानी देना, पितरों का तर्पण व कुआ पूजन का मुख्य स्थान था। विधायक ऋतु बनावत ने कहा कि शाही तालाब की साफ सफाई कराना, गम्भीर नदी में पानी लाना, पर्यटन स्थलों का विकास व किसानों की समस्याओं का हल कराना पहली प्राथमिकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनुराधा/ईश्वर

   

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