गोविंद देवजी मंदिर में फागोत्सव: दर्जनों कलाकारों ने दी हाजिरी

गोविंद देवजी मंदिर में फागोत्सव

जयपुर, 18 मार्च (हि.स.)। रंगों के त्योहार होली के उपलक्ष्य में आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर के सत्संग भवन में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में मनाए जा रहे फागोत्सव के दूसरे दिन दर्जनों कलाकारों ने ठाकुर जी के दरबार में गायन-वादन से हाजिरी देकर श्रद्धालुओं को भक्ति की मस्ती में गोते लगवाए।

मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि दूसरे दिन के फागोत्सव का शुभारंभ पं. जगदीश शर्मा ने होली खेल रहे फागण में गणपति... से किया। कुंज बिहारी जाजू ने भक्त कवि युगल किशोर शर्मा प्रेमभाया को समर्पित उनकी रचना पाछा से मटकी फोड़ी या काईं की होरी....सुनाकर जन समूह को झूमने पर विवश कर दिया।

संगीत आश्रम सें वीणा अनुपम और उनकी शिष्याओं ने आज माई मोहन खेलत होरी ...नृत्य पर मनोहारी प्रस्तुति दी। मुस्लिम गायिका परवीन मिर्जा ने मत डालो रंग गुलाल भजन गाकर नजीर पेश की कि प्रभु की भक्ति संंप्रदाय से बहुत ऊपर है। इस भजन पर मीनाक्षी ने भावप्रवण नृत्य प्रस्तुत किया। कथक नृत्य गुरु संगीता मित्तल और उनकी शिष्य मंडली के एक दर्जन कलाकारों ने कथक नृत्य की प्रस्तुति देकर माहौल को होली के रंग में रंग दिया। आज बिरज में होरी रे रसिया पर उनके साथ रमेश मेवाल ने गायन किया। श्रुति मिश्रा, स्वाति अग्रवाल और उनके दल के कलाकारों ने नृत्य से जुगलबंदी की। राजस्थान की स्वर कोकिला और प्रसिद्ध गायिका सीमा मिश्रा ने धमाल गाकर माहौल को फाल्गुनी बना दिया। संजय रायजादा और मंजू शर्मा ने सह गायन किया। भाव सुर ताल ग्रुप के डॉ. अंकित पारीक और साथी कलाकारों ने आज खेलो श्याम संग होरी पर नृत्य प्रस्तुत किया। माधुरी और साथी कलाकारों ने खेलो फाग मुरारी भजन पर नृत्य कर एक बार फिर होली की हूक पैदा की। आकाशवाणी के संगीतकार दीपक माथुर ने राधा जी करे मनुहार कान्हा होरी है... भजन प्रस्तुत कर राधा जी की होली खेलने की इच्छा को प्रकट किया। मोहन कुमार बालोदिया ने चिर परिचित अंदाज में आई फागुण की रुत...रचना प्रस्तुत कर श्रोताओं को नचाया। शेखावाटी सांस्कृतिक कला मंदिर के सोहन सिंह तंवर और उनके लगभग डेढ़ दर्जन साथी कलाकारों ने शेखावाटी की धमाल प्रस्तुत कर काफी देर तक माहौल को शेखावाटी बना दिया।

कथक नृत्य से ठाकुर जी को रिझाया

अभ्यास ग्रुप के कुंदन और अन्य साथी कलाकारों ने श्याम तोरी बांसुरी नेक बजाऊ और रंग डारूंगी नंद के लालन पर कथक नृत्य की प्रस्तुति दी तो लोग अपने कदम नहीं रोक पाए। नाटे कद के मूंगाराम छैला और साथी कलाकारों ने रंग मत डारे सांवरिया गीत पर नृत्य से सबका दिल जीत लिया। उल्हास पुरोहित ने शास्त्रीय संगीत की रचना फागुन के दिन चार... सुनाकर कानों में अमृत घोला। रेखा सैनी और साथी कलाकारों ने होली के नृत्य प्रस्तुतियां देकर सबके मन में हिलोर जगा दी। समता गोदिका ने भी भजन प्रस्तुत किया। दिल्ली से आई कथक नृत्यांगना रिचा गुप्ता ने कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। दूसरे दिन के कार्यक्रम का समापन पं. अविनाश शर्मा और उनके दल के कलाकारों ने सामूहिक प्रस्तुति से हुआ। कार्यक्रम का संचालन संजय रायजादा और मंजू शर्मा ने किया। कार्यक्रम संयोजक गौरव धामानी ने बताया कि मंगलवार को भी फागोत्सव में कई कलाकार हाजिरी लगाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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