...जब वर्दी वाले बने थे हैवान, 30 वर्ष बाद उत्तराखंड को मिला न्याय

-कांग्रेस बोली- सभी दोषियों को मिले सजा

देहरादून, 19 मार्च (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान हुए रामपुर तिराहा कांड पर 30 वर्ष बाद अपर जिला एवं सत्र न्यायालय का फैसला आ चुका है। न्यायालय के फैसले पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद राज्य आंदोलनकारियों को न्याय मिला है और दोषियों को सजा।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान जिस प्रकार निहत्थे आंदोलनकारियों पर गोली चलाई गई, उससे जलियांवाला बाग कांड के हत्यारे भी सहम गए होंगे, लेकिन अदालत के फैसले के बाद उत्तराखंड राज्य के निवासियों को आस जगी है कि अपराधियों को सजा और उन्हें न्याय मिलेगी।

उन्होंने कहा कि पुलिस के जिन सैनिकों के कंधों पर जनता की हिफाजत का जिम्मा था। उन्होंने ही उनकी हत्या कर दी। यह शर्मनाक घटना है। उन्होंने न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सभी दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों न हो। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार तत्कालीन जिलाधिकारी अनंत कुमार सिंह को जिस प्रकार राजनैतिक संरक्षण दिया वह भाजपा की उत्तराखंड विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। देश-प्रदेश की जनता को न्यायालय पर पूर्ण भरोसा है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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