(अपडेट) भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल कांग्रेस में शामिल

जयपुर, 21 मार्च (हि.स.)। पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रहलाद गुंजल अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में गुंजल कांग्रेस में शामिल हुए। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव धीरज गुर्जर, विधायक हरिमोहन शर्मा, अशोक चांदना, सी. एल. प्रेमी बैरवा, चेतन पटेल, विकास चौधरी, राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम सहित अनेक प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह 1984 से छात्र जीवन के समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुये थे तथा लम्बे समय तक आमजन की सेवा पार्टी में रहकर करते रहे, किन्तु अब यह महसूस होने लगा है कि जिस प्रकार की परिस्थितियों के बाद एक बात सामने आ रही है कि सत्ता की ताकत के दम पर आम आदमी एवं भाजपा में आम कार्यकर्ता की आवाज को दबाया जा रहा है और यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने अंदर हौसला रखना चाहिए क्योंकि सरकार सुरक्षा के लिए होती है, भय का कारण बनने के लिए नहीं और जब-जब सरकारें भय का कारण बनेगी, नौजवान नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को उस भय के विरुद्ध हौसले के साथ मुकाबला करना चाहिए। सत्ता के बूते खुद्दारी को खरीदने का प्रयास किया जा रहा है।

इस मौके पर गुंजल ने आरोप लगाया कि कोटा भाजपा में एक व्यक्ति, परिवार का कब्जा हो गया है। एक तरफ खुद्दारी और एक तरफ खरीदारी है। आज भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और सिद्धांत से जुड़ा हुआ खुद्दार कार्यकर्ता खून के आंसू रो रहा है। गुंजल ने कहा कि मैं किसी नेता के भाइयों की चमचागिरी करने और किसी नेता की दर-पट्टी बिछाने के लिए राजनीति में नहीं आया। राजनीति का चेहरा मोहरा एक व्यक्ति की दरी पट्टी उठाने तक सीमित हो गया है।

गुंजल ने कहा कि मैं भाजपा में किसी से जूनियर नहीं हूं। मैं जब पहली बार विधायक था तो आज के मुख्यमंत्री सरपंच बनने की दौड़ में भाग रहे थे।

प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि आज की वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय जनता पार्टी में तानाशाही पूर्ण व्यवस्था चल रही है जिससे भारतीय जनता पार्टी के ही अधिकांश नेता व्यथित हैं, क्योंकि चंद लोगों के हाथ में भारतीय जनता पार्टी का संगठन केन्द्रित हो गया है तथा जनता, नेताओं व कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जन आधार रखने वाले व्यक्तियों को भारतीय जनता पार्टी में समाप्त करने का कार्य किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रहलाद गुंजल जो कोटा संभाग ही नहीं बल्कि राजस्थान प्रदेश में अपनी पहचान रखते हैं, ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता छोडक़र कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार के ही सदस्य रहे राजसीको के पूर्व अध्यक्ष सुनील परिहार, पूर्व जिलाध्यक्ष फतेह खान, राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महासचिव नरेश मीणा की प्रार्थना पर कांग्रेस अनुशासन समिति ने इनकी सदस्यता के निलंबन को रद्द करने का निर्णय लिया है जिसका सभी स्वागत करते हैं।

इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में जिस तरह का माहौल है, कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में संविधान के प्रावधानों की धज्जियां उड़ रही हैं एवं इनकम टैक्स, सीबीआई का दुरुपयोग विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इलेक्टोरल बाण्ड के माध्यम से भाजपा ने जिस तरह से चंदा लिया है यह बहुत बड़ा महाघोटाला है, पहले आंकड़े आये थे कि छह हजार करोड़ रुपये का चंदा आया है, किन्तु अब पता पड़ रहा है कि भाजपा के पास करीब पंद्रह हजार करोड़ रुपये इस माध्यम से चंदा आया है जो कि सबसे बड़ा घोटाला है।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर गुंजल कांग्रेस प्रत्याशी शांति धारीवाल के सामने हार गए थे। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और गुंजल के बीच भी लंबे समय से सियासी रूप से टकराव के समाचार सामने आते रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/ईश्वर

   

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