नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड सर्टिफिकेशन से बदल रही आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की तस्वीर

फाइल फोटो

- झांसी मंडल के 75 आरोग्य मंदिरों के सर्टिफिकेशन की तैयारी, मंडल के 12 आरोग्य मंदिरों का हो चुका सर्टिफिकेशन

झांसी, 22 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने पर विशेष ध्यान दे रही है। झांसी मंडल में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सेवाओं और सुविधाओं को बेहतर कर इन्हें राष्ट्रीय मानक पर लाने का काम चल रहा है। मंडल के 12 आरोग्य मंदिरों को राष्ट्रीय स्तर का सर्टिफिकेट मिल चुका है जबकि कुल 75 केंद्रों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड सर्टिफिकेशन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से आम लोगों को कई तरह की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी खर्चे के उपलब्ध होती हैं। झांसी मंडल में संचालित हो रहे 508 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में से 75 के सर्टिफिकेशन का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 12 को राष्ट्रीय गुणवत्ता का प्रमाण पत्र मिल चुका है। झांसी जिले के 4, ललितपुर जिले के 4 और जालौन जिले के 4 स्वास्थ्य केंद्रों का सर्टिफिकेशन हुआ है। शेष स्वास्थ्य केंद्रों के मूल्यांकन से पूर्व इनमें मौजूद कमियों को दूर करने के लिए बिजली विभाग, पंचायती राज विभाग, जल निगम, उद्यान विभाग, प्रदूषण विभाग और अग्निशमन विभाग को समन्वय स्थापित कर कमियों को दूर करने में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। मंडल स्तर पर इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जा रही है और समयबद्ध कार्ययोजना तैयार की गयी है।

एनएचएम के मंडलीय परियोजना प्रबंधक आनंद चौबे ने बताया कि मंडलायुक्त के निर्देश पर अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में संपर्क मार्ग के निर्माण, साफ़-सफाई की व्वयस्था, स्ट्रीट लाइट, बैठने के लिए टीनशेड, शौचालय, पीने के पानी, हर्बल गार्डन, कचरा निस्तारण आदि की व्यवस्थाओं को बेहतर करने का काम चल रहा है, जिससे सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सके।

झांसी मंडल के आयुक्त बिमल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में झांसी मंडल में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की रणनीति तैयार कर कार्य किया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किये जाने के लिए विभागों को समन्वय स्थापित कर कमियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित

   

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