करीला मेला की जिम्मेदारियों का मुस्तैदी पूर्वक और गंभीरता से करें निर्वहनः कमिश्नर डॉ. खाड़े

- संभागीय कमिश्नर ने लिया करीला मेला की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं का जायजा

ग्वालियर, 22 मार्च (हि.स.)। अशोकनगर जिले में स्थित सुप्रसिद्ध करीला धाम माता जानकी मंदिर परिसर में रंगपंचमी पर 29 मार्च से 31 मार्च तक वार्षिक मेला का आयोजन होगा। पवित्र करीला धाम में आयोजित इस तीन दिवसीय वार्षिक मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन सभी नोडल अधिकारी पूरी गंभीरता, जिम्मेदारी व ईमानदारी के साथ करें। यह निर्देश संभागीय कमिश्नर डॉ.सुदामा खाड़े ने शुक्रवार को करीला मेला की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में आयोजित बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक अरविन्द सक्सेना भी मौजूद थे। करीला मेला परिसर में आयोजित हुई बैठक में अशोकनगर जिले के कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नेहा जैन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह कंवर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

कमिश्नर डॉ. खाड़े ने कहा कि करीला धाम में लगने वाले वार्षिक मेले की व्यवस्थाएं हर वर्ष और बेहतर हों, यह सुनिश्चित किया जाए। अधिकारी अपने दायित्वों के निर्वहन में कसौटी पर खरा उतरें और सेवाभाव से कार्य करें। श्रद्धालुओं के लिए सुगम आवागमन, पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, आवश्यक सुरक्षा तथा माता जानकी के दर्शन के लिए उत्तम सुविधाएँ एवं व्यवस्थाएँ कराई जाएँ। अधिकारी मेले में पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें।

उन्होंने निर्देश दिए कि करीला मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो ऐसे पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा कि करीला मेले में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि खान-पान की दुकानों के सैंपल लेकर उन्हें अस्थाई लाइसेंस प्रदान किए जाए। उन्होंने कहा की मेले के दौरान गर्मी से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने मेले में लगने वाले सभी झूलो का सर्टिफिकेशन किए जाने के निर्देश भी दिए।

संभाग आयुक्त ने कहा कि पेयजल के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाए जाएं, जिससे पेयजल की किसी भी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने मेले में अस्थाई टॉयलेट बनाने के निर्देश सीईओ जनपद मुंगावली को दिए। साथ ही कहा कि करीला पहुंचने वाले मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाया जाए। करीला मेला परिसर क्षेत्र के समस्त सात सेक्टरों में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए। इमरजेंसी के लिए जनरेटर की व्यवस्था भी की जाए।

उन्होंने अवैध शराब बिक्री पर सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश जिला आबकारी अधिकारी को दिए। साथ ही कहा कि सभी अधिकारी जिनको मेला का दायित्व मिला है वह अपने एक एक कर्मचारी की कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाएँ, जिससे आपस में समन्वय बना रहे। कमिश्नर डॉ. खाड़े ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि मेले की संपूर्ण व्यवस्था को इस वर्ष के मेले के साथ साथ आगामी वर्षों में आयोजित होने वाले मेले को ध्यान में रखकर स्थाई रूप प्रदान करें।

पुलिस महानिरीक्षक अरविन्द सक्सेना ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे एवं आवागमन को सुचारू बनाने के लिए बैरिकेटिग व्यवस्था कराई जाए। रात्रिकाल में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए पर्याप्त लाईटिंग की व्यवस्था कराई जाए। वाहनों में ओवरलोडिंग सवारी न बैठें। ओवरलोडिंग को रोकने के लिए जिले के समस्त थाना स्तर पर एवं दूसरे जिलों की सीमाओं पर चेकिंग कराई जाए। मेला परिसर में अनाउंसमेंट की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो। उन्होंने निर्देश दिए कि वायरलेस सिस्टम के लिए अतिरिक्त बैटरी का इंतजाम करके रखें। मेले में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहे। मेला परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाए एवं पूरे मेले की रिकॉर्डिंग ड्रोन के माध्यम से कराई जाए।

कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने बताया कि करीला मेला की तैयारी समय से पूर्ण कर ली जाएगी। करीला मेला पहुंचने के लिए तीन मार्ग रहेंगे। बंगला चौराहे से बामोरी होते हुए करीला, बेलई मार्ग से करीला, वीआईपी मार्ग मोला डेम से रहेगा। मेले में वाहनों की पार्किंग व्यवस्था रहेगी। मेले में 300 टैंकर पानी व्यवस्था के लिए रहेंगे। साथ ही पाइपलाइन के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था कराई गई है। मेले में लाइट एवं जनरेटर की समुचित व्यवस्था की गई है। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए ड्रॉप गेट बनाए जाएगें। मेले परिसर में निगरानी के लिए 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही दो प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे। मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो एलईडी मंदिर के बाहर लगाई जाएंगी।

उन्होंने बताया कि एलईडी के माध्यम से भी श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। स्वास्थ्य सेवा के लिए डॉक्टर सहित कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाएगी। सभी पर्याप्त आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहेगी। मेले में छह एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी। मेला परिसर में अनाउंसमेंट करने के लिए लाउडस्पीकर एवं खोया-पाया केंद्र बनाया जाएगा। मंदिर के अंदर नारियल अगरबत्ती झंडा प्रतिबंधित रहेगा। मेले परिसर में साफ-सफाई के लिए जिले के समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अपनी मैदानी अमले के साथ साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। कोचा डैम पर आपदा प्रबंधन की टीम उपयुक्त संसाधन के साथ उपलब्ध रहने के निर्देश दिए गए हैं। कैमरों की मदद से पूरे मेला परिसर की मॉनीटरिंग कंट्रोल रूम के द्वारा की जाएगी।

बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के चीफ इंजीनियर आरएलएस मौर्य ने बताया कि सारे इंतजाम वर्तमान मेले के साथ साथ भविष्य में होने वाले मेले को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं। पीने योग्य पानी के लिए अलग से इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष करीला में छह बोरवेल हो चुके है एवं भविष्य की जल आपूर्ति के लिए 10 अतिरिक्त बोर कराए जा रहे हैं। पीने योग्य जल श्रोत पर बोर्ड लगा कर उन्हें चिन्हित किया जाएगा।

मंदिर परिसर का किया अवलोकन

कमिश्नर डॉ. खाड़े ने करीला धाम पहुंचकर मां जानकी के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए रेलिंग के माध्यम से दर्शन व्यवस्था तथा परिक्रमा मार्ग का अवलोकन किया। उन्होंने करीला मेला ग्राउंड पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी। इस दौरान उन्होंने दुकान आवंटन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने करीला मेला के लिए बनाए गए मेप का अवलोकन किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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