होली पद भजनामृत अनुष्ठान के साथ गोविंद देवजी मंदिर में फागोत्सव का विश्राम

जयपुर, 22 मार्च (हि.स.)। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में तीन दिवसीय होलिकोत्सव और दो दिवसीय पुष्प फागोत्सव के बाद शुक्रवार को अंतिम सांस्कृतिक आयोजन के रूप में होली पद भजनामृत अनुष्ठान हुआ। कोलकाता के मालीराम शर्मा के सान्निध्य में फाल्गुनी भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। बृज कला मंडल के करीब 30 कलाकारों ने फूलों की होली खेली। शेखावाटी के एक दर्जन से अधिक कलाकारों ने ढप और चंग की थाप पर धमाल गाकर लोगों को फाल्गुनी माहौल को परवान चढ़ाया। राधा-कृष्ण और सखियों के स्वरूपों में कलाकारों ने मालीराम शर्मा द्वारा गाए भजनों पर सुंदर नृत्य किया। बरसाना की लठमार होली आकर्षण का केन्द्र रही। इससे पूर्व मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने गोविंद देवजी का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने दुपट्टा पहनाकर कलाकारों का सम्मान किया। उधर, मंदिर के जगमोहन में हजारों की संख्या में भक्तों ने ठाकुर जी के संग गुलाल की होली खेली।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

   

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