तोरपा में श्रद्धापूर्व मनाया गया खजूर पर्व

खूंटी, 24 मार्च (हि.स.)। ईसाई धर्मावलंबियों ने रविवार को तोरपा प्रखंड के गिरजाघरों में खजूर पर्व(पाम संडे) मनाया। इस अवसर पर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई और यीशु मसीह की क्रूस यात्रा का वर्णन किया गया। हाथों में खजूर की डलिया लेकर लोगों ने कैरोल गाये। कोटेंगसेरा स्थित संत पौलुस सीएनआई गिरजाघर में भी इस अवसर पर खजूर पर्व मनाया गया।

इस अवसर पर प्रचारक प्रेमचंद कोनगाड़ी ने पवित्र मिस्सा अराधना करते हुए कहा कि दो हजार साल पहले प्रभु यीशु मसीह येरुशलम आये थे। तब उनका स्वागत राजा की तरह किया गया था। उनके स्वागत में लोगो ने पूरे रास्ते पर खजूर के पत्ते बिछाए थे। तभी से खजूर पर्व मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि परमेश्वर की पूर्व योजना के अनुसार दो हजार साल पहले लोगो को प्रेम और सच्ची राह दिखाने वाले प्रभु यीशु मसीह को आनेवाले गुरुवार यानी गुड फ्राइडे से एक दिन पूर्व ही रात को यीशु मसीह को कट्टरपंथी धर्मगुरुओं को खुश करने के लिए पकड़वाया गया और, पिलातुस राजा ने यीशु मसीह को गुड़ फ्राइडे के दिन ही क्रूस पर लटकाने की सजा सुनाई थी। अगले रविवार यानी ईस्टर के दिन यीशु मसीह जी उठे थे और कब्र से बाहर आकर अपने अनुयायियों के बीच पहुंच गये।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

   

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