भाजपा ने कवासी लखमा पर नगद राशि बांटने का लगाया आरोप

जगदलपुर, 25 मार्च(हि.स.)। बस्तर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित होने के बाद पूर्व मंत्री कवासी लखमा जगदलपुर पहुंचे और अपना प्रचार शुरू कर दिया है। रविवार को रायपुर से जगदलपुर पहुंचकर मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए मंदिर पंहुचे थे। इस दौरान मां दंतेश्वरी मंदिर के सामने होलिका दहन का कार्यक्रम करने वाली समिति को नगद में चंदा दिया। पैसे देते हुए उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। चुनाव आचार संहिता के दौरान इस तरह नगद चंदे के रूप में पैसे देने को लेकर भाजपा ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा पर आचार संहिता की उल्लंघन का आरोप लगाया है।

कहीं कांग्रेस के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने इसका बचाव करते हुए कहा कि लखमा रायपुर से आते हुए मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए पंहुचे थे ।मंदिर के सामने होलिका दहन समिति ने सहयोग करने का आग्रह किया जिस पर अंशदान के रूप में किया है। भाजपा मंदिर-मस्जिद की राजनीति करती है, मंदिर का पुजारी अंदर हो या बाहर चढ़ावा चढ़ाया जाता है।

भाजपा के नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष नेता संजय पांडेय ने आचार संहिता के दौरान बस्तर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के द्वारा नोट बांटे जाने पर कहा कि कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष जमानत पर है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर हुई और उनके पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ दो हजार करोड़ के गबन की बात ईडी ने कही है। शराब घोटाला करते हुए जो पैसा जमा किया है, उसी पैसे से चुनाव में वोट खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराब के पैसे से कवासी लखमा अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा होगा नहीं। जनता सब समझ चुकी है और चुनाव में जवाब देने के लिए तैयार है। बस्तर को स्वच्छ छवि वाला सांसद चाहिए ना कि पैसे के दम पर चुनाव जीतने की कोशिश करने वाला। इस मामले में हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।

मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि कांग्रेस के लोकसभा की प्रत्याशी कवासी लखमा इस तरह से नगदी बांटकर चुनाव लड़ने के अपने तरीके का इजहार कर दिया है। भाजपा इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग में शिकायत करने जा रही है।

कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी विजय दयाराम ने कहा कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद इस तरह से पैसे नहीं बांटे जा सकते, यह आचार संहिता का उल्लंघन है। मामले में हमारे पास शिकायत आएगी तो हम प्रत्याशी को नोटिस जारी करेंगे। उनका जो भी जवाब होगा उसे निर्वाचन आयोग को भेजेंगे। कलेक्टर ने बताया कि प्रत्याशी का इस तरह से पैसे बांटना प्रलोभन की श्रेणी में आता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

   

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