प्रदेश में अब बालिकाएं घरों में भी नहीं सुरक्षित - नेता प्रतिपक्ष जूली

अलवर, 4 अप्रैल(हि.स.)। राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने अलवर जिले के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिग बालिका को घर से उठाकर खेत में सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।

प्रतिपक्ष के नेता जूली ने कहा कि अब प्रदेश में गुण्डों का राज कायम होता जा रहा है, वे घर में सोती बालिकाओं को उठाकर ले जा रहे हैं। प्रदेश में बालिकाएं और महिलाएं न घरों में सुरक्षित हैं और न न्यायालयों में। अपने साथ हुई ज्यादती की पीड़ा लेकर पीड़िता जब पुलिस थाने में पहुंचती है, तो उसकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की जाती। जब पीड़िता न्याय की आस में न्यायालय जाती है तो वहां भी उसे अपशब्द बोलकर मानसिक प्रताड़ना दी जाती है, गंदी नीयत से अश्लीताभरी शब्दावली का प्रयोग कर उसे अपमानित किया जाता है। जूली ने कहा कि यह ऐसी घटना है, जिसकी कड़ी भर्त्सना की जानी चाहिए और दोषी न्यायिक अधिकारी के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए। 28 मार्च को घटी गैंगरेप की घटना की दो अप्रैल को पुलिस अधीक्षक के दखल के बाद प्राथमिकी दर्ज किया जाना और घटना के पांच दिन बाद भी अपराधियों का खुलेआम घूमना यह दर्शाता है कि पर्ची वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति कितनी सजग और तत्पर है।

प्रतिपक्ष के नेता जूली ने बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा 100 दिन में संकल्प पत्र के 45 प्रतिशत कार्य पूरे करने की आत्मप्रशंसा की जा रही है, वही प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार नौकरशाहों के हवाले है। देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना परिवार बढ़ाने में लगे हुए, जबकि मोदी के 140 करोड़ के परिवार की नाबालिग बालिकाएं तक प्रदेश में असुरक्षित हैं। ये कैसा परिवार है। प्रदेश में बढती सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं से महिलाओं और बालिकाओं में भय व्याप्त है और जनता इसका जवाब लोकसभा चुनाव में देगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ मनीष /संदीप

   

सम्बंधित खबर