नौ अप्रैल को मनाया जाएगा भारतीय नववर्ष : नववर्ष महोत्सव छह से, शोभायात्रा आठ को

जोधपुर, 04 अप्रैल (हि.स.)। नववर्ष चैत्र शुक्ला प्रतिपदा संवत् 2081 युगाब्द 5126 नौ अप्रैल को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। नववर्ष शुभकामना शोभायात्रा आठ अप्रैल को निकाली जाएगी।

नववर्ष महोत्सव समिति के अध्यक्ष रामनिवास मण्डा, समन्वयक नथमल पालीवाल व संरक्षक डॉ. निर्मल गहलोत ने बताया कि नववर्ष 2081 के आगमन के उपलक्ष्य में छह अप्रैल से कार्यक्रम मनाए जाएंगे। छह अप्रैल को कच्ची बस्तियों व गौशालाओं में सेवा कार्य किए जाएंगे। सात अप्रैल को नववर्ष महोत्सव समिति द्वारा श्री हनवंत गार्डन पावटा बी रोड़ में सायं छह बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं स्नेह मिलन का आयोजन रखा गया है। अगले दिन आठ अप्रैल को शुभकामना शोभायात्रा संयोजक संयोजक हेमेन्द्र गौड़, सह संयोजक डॉ. यश गोधा व जितेन्द्र शर्मा के सानिध्य में शाम चार बजे घंटाघर से रवाना होगी जो सोजती गेट, नई सडक़, रेल्वे स्टेशन, राजरणछोड़दासजी का मन्दिर, महात्मा गांधी अस्पताल, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग, सरदारपुरा बी रोड़, राणीजी का मंदिर, सरदारपुरा सी रोड़ होते हुए जलजोग चौराहा पहुंचेगी। जलजोग चौराहा पर अखण्ड भारतमाता मानचित्र पर दीपक प्रज्वलित किए जाएंगे तथा पूज्य संतों का आशीर्वचन होगा। नववर्ष की पूर्व संध्या पर शहर के विभिन्न स्थानों, मौहल्लों में विविध संगठनों द्वारा आतिशबाजी की जायेगी। नौ अप्रेल को संस्कार भारती द्वारा गुलाबसागर में सुबह 5.45 से 6.15 बजे तक प्रभाती भजन एवं सुबह 6.21 बजे सूर्य देवता को अघ्र्य दिया जाएगा। नौ अप्रेल को नववर्ष महोत्सव समिति तथा अनेक संगठनों द्वारा सूर्यनगरी के चौराहों, मन्दिरों एवं सार्वजनिक पार्कों में तिलक लगाकर मुंह मीठा कराकर हिन्दू नववर्ष की शुभकामना दी जाएगी एवं विभिन्न समाजों व मौहल्ला विकास समितियों द्वारा सामूहिक हवन, प्रभात फेरी व मन्दिरों में दीपोत्सव किया जाएगा

भगवानों की झांकियां युक्त होगी शोभायात्रा

समिति के शुभकामना शोभायात्रा प्रमुख हेमेन्द्र गौड़, सेवा संयोजक संदीप सांखला व महासचिव संदीप सांखला ने बताया कि शुभकामना यात्रा में चैत्र शुक्ला प्रतिपदा को अवतरित महापुरूषों की प्रेरणाप्रद झांकियों के साथ अन्य विभिन्न प्रकार सामाजिक जागरूकता एवं राष्ट्र एकता से संबंधित संदेश प्रसारित होगा। इसमें सबसे पहले ब्रह्माजी की झांकी रहेगी क्योंकि इसी दिन 1 अरब 96 करोड़ 08 लाख 53 हजार 124 वर्ष पूर्व जगतपिता ब्रह्माजी ने वर्तमान सृष्टि की रचना की थी। इस अवसर पर भगवान श्रीराम की झांकी, भगवान झूलेलाल, शक्ति की प्रतीक देवी मा दुर्गा की झांकी, महर्षि गौतम, डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार, महर्षि दयानन्द, शकारि विक्रमादित्य, राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव की झांकी सहित शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में मारवाड़ की प्रसिद्ध बैण्ड, राजस्थानी वादकों का बैण्ड, इस्कॉन की भजन मण्डली के साथ अन्य प्रकार के आकर्षण के विशेष केन्द्र रहेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर

   

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