नांदेड़ जिले में भीषण गर्मी से एक युवक की मौत

मुंबई, 06 अप्रैल (हि. स.)। नांदेड़ जिले में स्थित हिमायत नगर में भीषण गर्मी और लू लगने से एक शख्स की मौत हो गई। इससे हिमायत नगर में शोक संतप्त माहौल है। महाराष्ट्र के कई जिलों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसलिए प्रशासन ने लोगों को सिर्फ अत्यंत जरूरी काम होने पर ही घर से निकलने की अपील की है।

शुक्रवार को नांदेड़ जिले में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसी दौरान एक युवक परमेश्वर सूरजवाड पूरे दिन काम के सिलसिले में घर से बाहर गया हुआ था। इसके बाद वह धूप में काम करके शाम को घर आया। घर आने के बाद परमेश्वर की तबीयत अचानक खराब हो गई। शुक्रवार को देर रात उसे हिमायत नगर स्थित अस्पताल में ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही परमेश्वर की मौत हो गई।

इस बीच, तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने पर चिकित्सा विशेषज्ञों ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। तापमान में बढ़ोतरी के कारण हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकार का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। बुजुर्गों से खास ख्याल रखने की अपील की जा रही है। लू लगने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर इलाज कराने का अनुरोध किया गया है।

चिकित्सकों के अनुसार हीटस्ट्रोक तब होता है जब किसी वयस्क के शरीर का तापमान 104 डिग्री फ़ारेनहाइट या 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। हीट स्ट्रोक के लक्षणों में गंभीर सिरदर्द, मितली, उल्टी, चिंता, चक्कर आना, हृदय गति में वृद्धि, धड़कन शामिल हैं। लू लगने पर शिशुओं द्वारा भोजन से इनकार करना आम हो जाता है। साथ ही वे चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। साथ ही पेशाब कम आना, आंखें सूखना, मुंह की त्वचा सूखना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसलिए प्रशासन ने गर्मी के दौरान सावधानी बरतने की अपील आम नागरिकों से की है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर/दधिबल

   

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