बांकेबिहारी के दर्शन को उमड़ा जन सैलाब, लगी रही लम्बी लाईनें

मथुरा, 07 अप्रैल(हि.स.)। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में तीसरे दिन रविवार को भी भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। 500 मीटर से अधिक लंबी श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। मंदिर के पट बंद होने के बाद तक बांके बिहारी मंदिर के आसपास गलियों में प्रमुख मार्गों पर श्रद्धालुओं के सिर ही सिर नजर आए। भीषण गर्मी में भीड़ का दबाव और धक्का-मुक्कि के बीच सर्वाधिक परेशानी बुजुर्गों और महिला श्रद्धालुओं को हुई। भीड़ का दबाव रविवार शाम को भी रहा।

रविवार को ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं ने धक्का मुक्की के बीच दर्शन किए। दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण विद्यापीठ चौराहा से बांकेबिहारी मंदिर की गली तक लोगों का राह चलना मुश्किल हो गया। मंदिर के पट खुलने से पहले ही करीब पांच सौ मीटर से अधिक लंबी श्रद्धालुओं की लाइन लग गई। दोपहर को मंदिर के पट बंद होने के बाद तक ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के आसपास गलियों से प्रमुख मार्गों पर श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आ रहा था। किसी भी मकान की छत से भीड़ का नजारा देखने लायक था। भीषण गर्मी में भीड़ का दबाव और धक्का मुक्की के बीच सबसे अधिक परेशानी बुजुगों,बच्चों और महिला श्रद्धालुओं को हुई। भीड़ देखने वालों की बातों पर यकीन करें तो कई श्रद्धालुओं के कंधों और गोदी में बैठे बच्चे भी भीड़ के दबाव को देख रोते दिखाई दिए। भीड़ के दबाव में कई श्रद्धालु तो अचेत से हो गए। परिजनों ने किसी तरह से उनको संभाला। जगह-जगह ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मी भीड़ को आगे बढ़ाते और रुक-रुककर श्रद्धालुओं को भेज रहे थे। फिर भी भीड़ पर नियंत्रण कर पाना भी मुश्किल साबित हो रहा था। भीड़ के आगे पुलिसकर्मी और मंदिर की सुरक्षा गार्ड के कपड़े भी पसीने से तर बतर हो रहे थे। लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से बनाई प्लानिंग भी भीड़ के आगे फेल हो गई। बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए वृंदावन के रहने वाले लोगों ने तो मंदिर जाना छोड़ दिया है। वह अपने घर से ठाकुर बांकेबिहारी महाराज को ध्यान कर दिन चर्चा शुरू कर देते है। मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ तो सड़कों पर वाहनो की लंबी लाइन से जाम की स्थिति दिखाई दे रही थी।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश

   

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