ढेबर बंधुओं के आवास और होटल में आर्थिक अपराध अन्वेषण एवं एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दी दबिश

ढेबर बंधुओं के आवास और होटल में आर्थिक अपराध अन्वेषण एवं एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दी दबिश

रायपुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। आर्थिक अपराध अन्वेषण एवं एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रायपुर में अख्तर ढेबर, अनवर ढेबर और जुनैद ढेबर के घर शुक्रवार को छापा मारा है। सुबह 6 बजे से 16 अधिकारी दबिश देकर जांच में जुटे हैं। अधिकारियों ने बताया है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के शराब घोटाले को लेकर यह कार्रवाई की गई है। एसीबी और ईओडब्ल्यू ने अनवर ढेबर के वेनिंगटन होटल में भी दबिश दी है।

शुक्रवार को एसीबी और ईओडब्ल्यू की गिरफ्त में आए अरुणपति त्रिपाठी के साथ कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी ने आरोपितों को 18 अप्रैल तक रिमांड पर भेज दिया है। एसीबी को पहले भी दो बार अनवर ढेबर और अरविंद सिंह की रिमांड मिल चुकी है। एसीबी ने शुक्रवार को अदालत में तर्क दिया कि अब तक की पूछताछ में दोनों ने कोई सहयोग नहीं किया। जिसकी वजह से रिमांड बढ़ाने की मांग की जा रही है। एसीबी के तर्क पर आरोपितों के वकील ने अपना तर्क रखा। दोनों पक्षों का तर्क सुनने के बाद न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी ने तीनों आरोपितों को 18 अप्रैल तक एसीबी की रिमांड पर भेज दिया।

गुरुवार को एसीबी और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रायपुर और दुर्ग सहित 21 जगहों पर छापे मारे थे। छापे के दौरान कई अहम दस्तावेज भी जांच टीम को हाथ लगे थे। छापे के दौरान जो दस्तावेज हाथ लगे उसमें अवैध संपत्ति अर्जित करने. निवेश से लेकर लोन तक के कागजात जब्त किए गए। जिन जगहों पर छापे की कार्रवाई हुई, उसमें रायपुर में नौ जगहों पर कार्रवाई हुई। दुर्ग और भिलाई में सात जगहों पर छपा मारा गया। बिलासपुर में भी छापे की कार्रवाई की गई। ईओडब्ल्यू की टीम ने सदर बाजार स्थित हवाला कारोबारी के ठिकाने से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। सूत्रों के अनुसार ईओडब्ल्यू को शराब घोटाले की रकम को विदेश में निवेश करने की जानकारी मिली है। हालांकि जांच टीम ने अभी प्राप्त राशि की जानकारी नहीं दी है।

हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

   

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